Akhilesh Yadav News: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगरा में दिए गए ‘हम बंटेंगे तो कटेंगे वाले बयान को लेकर तंज कसा है.
अखिलेश यादव ने कहा कि वो प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं. इसलिए बार-बार इस तरह के बयान दो रहे हैं. सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुझे लगता है कि दिल्ली वाले उन्हें समझा देंगे कि दिल्ली के मामलों में दखल न दें.
सीएम योगी ने आगरा में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी को एकजुट रहने की अपील की थी. उन्होंने कहा कि “राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता है. राष्ट्र तभी सशक्त होगा जब हम एक रहेंगे. बंटेंगे तो कटेंगे.. आप देख रहे हैं बांग्लादेश में..वो ग़लतियां यहां नहीं होनी चाहिए. बंटेंगे तो कटेंगे… एक रहेंगे तो नेक रहेंगे, सुरक्षित रहेंगे..”
अखिलेश यादव ने साधा निशाना
सीएम योगी के इस बयान पर तंज कसते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि “वो प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं उन्हें कम से कम पीएम का रोल प्ले नहीं करना चाहिए. ये काम प्रधानमंत्री जी का है दुनिया में किसके साथ कैसे संबंध रखने हैं. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली वाले उन्हें समझाएंगे कि दिल्ली के फैसलों में दखल न दे.
"By इलेक्शन में जनता समाजवादी पार्टी के संग है, जनता संग है तो वह संघ क्या करेगा जो चुपके-चुपके रणनीत बना रहा है।"
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/oEVTwH5ht8
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 26, 2024
सपा अध्यक्ष ने इस दौरान जातीय जनगणना को लेकर भी भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथों लिया और दावा किया कि वो दिन दूर नहीं जब ख़ुद भाजपा जातीय जनगणना के लिए आगे आएगी. उन्होंने कहा- आज राजनीति का चक्र वहां पहुंच गया है कि हर दल जातीय जनगणना की बात कर रहा है. मैं दावा कर रहा हूं कि वो दिन दूर नहीं जब बीजेपी भी उसी रास्ते पर चलेगी और जातीय जनगणना के लिए आगे आएगी. इससे पहले भी जातीय जनगणना हुई पर डेटा सामने नहीं आया लेकिन अब जातीय जनगणना भी होगी और डेटा भी सामने आएगा.
मायावती के आरोपों पर दिया जवाब
इस दौरान जब उनसे बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा लगाए गए आरोपों पर सवाल किया गया तो सपा अध्यक्ष ने कहा कि जहां तक सिद्धांत और राजनैतिक रास्ते का सवाल है हम वो लोग हैं जो पीडीए परिवार का सम्मान चाहते हैं. राजनैतिक तौर पर भी समाज में भी कई बार बहुत सारे नेताओं को इस तरह की बातों का सामना करना पड़ता है. बसपा की नेता (मायावती) के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना बीजेपी नेताओं का व्यवहार ही ऐसा है. ये व्यवहार हम हजारों सालों से देखते आ रहे हैं. अगर कहीं भी पीडीए परिवार का अपमान होगा तो हम आवाज उठाएंगे.