हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में दिल्ली में एक अहम बैठक हुई। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने हरियाणा में आगामी चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा की।
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मौजूद रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने हरियाणा में भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता में लाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की।
आगे की चुनौतियां
हरियाणा में भाजपा दो कार्यकाल से सत्ता में है, लेकिन इस बार उसे कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजे भी उम्मीद के मुताबिक अनुकूल नहीं रहे, जिससे पार्टी के भीतर चिंताएं बढ़ गई हैं। इसके अलावा, मौजूदा जातिगत गतिशीलता और कृषक समुदाय का विरोध भी काफी बाधाएं खड़ी कर रहा है। पिछले कई हफ़्तों से भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व हरियाणा विधानसभा चुनावों पर केंद्रित कई बैठकें कर रहा है। पिछले हफ़्ते उन्होंने हरियाणा के लिए नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति करके अपनी तैयारियों का संकेत दिया।
चुनाव की तैयारियां
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पहले हरियाणा का चुनाव प्रभारी नियुक्त किया गया था। पिछले हफ़्ते राज्य चुनाव समिति और चुनाव प्रबंधन समिति की भी घोषणा की गई। इन कदमों से पार्टी की आगामी चुनावों के लिए तैयारियों का संकेत मिलता है।