हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा को स्टार्टअप्स के लिए एक अग्रणी हब के रूप में स्थापित करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। हरियाणा स्टार्टअप्स का एक प्रमुख केंद्र बने, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं और सरकार का ध्येय है कि मेक इन इंडिया और स्टार्टअप इंडिया के तहत देशभर में हरियाणा की एक अनूठी पहचान बने, जो न केवल आर्थिक विकास का माध्यम बने, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसरों के द्वार भी खोले।
मुख्यमंत्री आज यहां हरियाणा के स्टार्टअप उद्यमियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में सहकारिता और पर्यटन मंत्री डॉ अरविंद शर्मा भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि आगामी समय में हरियाणा में स्टार्टअप्स की संख्या 3 गुणा बढ़नी चाहिए। इसके लिए आज हर सफल स्टार्टअप उद्यमी को यह संकल्प लेना चाहिए कि वह आगे 3 नए स्टार्टअप को बढ़ावा देने में सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि वित्त वर्ष 2025- 26 के राज्य बजट में सरकार स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाएं बनाने पर विचार कर रही है, ताकि युवाओं को स्टार्टअप शुरू करने के लिए मार्गदर्शन और फंड की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के विजन के अनुरूप हरियाणा को विकसित राज्य बनाना हमारी प्राथमिकता है। राज्य सरकार उद्योगों को विकसित करने के लिए विभिन्न नीतियों के तहत प्रोत्साहन दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने में स्टार्टअप बहुत बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। गांवों में जाकर ऐसे परंपरागत कार्य करने वाले लोगों को जोड़कर उन्हें रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने परंपरागत व पैतृक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना चलाई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 के राज्य बजट से पहले राज्य सरकार बजट पूर्व परामर्श बैठकों के माध्यम से नागरिकों, उद्योगपतियों व अन्य हितधारकों से सुझाव प्राप्त कर रही है, ताकि हर वर्ग के कल्याणार्थ और हरियाणा के समावेशी विकास का बजट तैयार किया जा सके। मुख्यमंत्री ने स्टार्टअप उद्यमियों से भी बजट के संबंध में सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया और सुझावों को बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि प्राप्त सुझावों के आधार पर हरियाणा में स्टार्टअप्स की संख्या बढ़ाने के लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी।