चंडीगढ़: अग्निपथ योजना पर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन (सेवानिवृत्त) कहते हैं, “अग्निवीर योजना बहुत विचार-विमर्श के बाद शुरू की गई थी। यह अभी शुरू हुई है, पहले बैच ने अपने 4 साल पूरे नहीं किए हैं। सेना के पास फीडबैक की बहुत मजबूत प्रणाली है।” ..किस सुधार की जरूरत है…जो भी हो, सेना उचित विचार-विमर्श करती है…सेना का मनोबल हमेशा ऊंचा रहा है, और ऊंचा रहेगा..इन बातों से सेना के मनोबल पर कोई असर नहीं पड़ता…”