डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा के खिलाड़ी लगातार भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। ओलंपिक में हरियाणा की बेटी मनु भाकर ने देश के लिए 2 मेडल जीत कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। ये हरियाणा और देश के लिए गर्व की बात है। मेडल आने के बाद भाजपा सरकार अपनी पीठ थपथपाने और क्रेडिट लेने में सबसे आगे हैं। लेकिन जब ये खिलाड़ी संघर्ष कर रहे होते हैं तो कोई इनका हाथ पकड़ने आगे नहीं आता।
उन्होंने कहा 2018 में मनु भाकर यूथ ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय निशानेबाज़ बनी थी। तब अनिल विज साहब ने ट्वीट किया था कि हम मनु भाकर को 2 करोड़ रुपए का नक़द पुरस्कार देंगे। तीन महीने तक जब सरकार ने कुछ नहीं दिया तो मनु भाकर ने अपने लिए आवाज़ उठाई और अनिल विज से सवाल किया की आप अपना वादा पूरा करेंगे या ये सिर्फ़ एक जुमला था? सबको याद है कि मनु भाकर को अपनी पुरस्कार की राशि के लिए कितना संघर्ष करना पड़ा था। सबको याद है कि कैसे अनिल विज साहब ने पब्लिकली मनु भाकर का अपमान किया था।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भी हरियाणा के खिलाड़ियों के साथ सदा भेदभाव किया है। मैं आज आपके सामने इस भेदभाव का भी खुलासा करूंगा। पेरिस ओलंपिक में देश भर से 117 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिसमें से 24 खिलाड़ी हरियाणा से हैं जो लगभग 20% होता है। ये हर हरियाणा वासी के लिए गर्व की बात है। लेकिन केंद्र सरकार ने हरियाणा को केवल 66.59 करोड़ रुपए दिए हैं स्पोर्ट्स डेवलपमेंट के लिए जो पूरे स्पोर्ट्स डेवलपमेंट फंड का सिर्फ़ 3% है।
उन्होंने कहा गुजरात से केवल 2 खिलाड़ी ओलंपिक में गए हैं, लेकिन गुजरात को 428 करोड़ रुपए का स्पोर्ट्स फंड मिला है जो की कुल फंड का लगभग 20% है। हमारा सीधा सवाल है कि हरियाणा के साथ ऐसा भेदभाव क्यों? हरियाणा को केवल 3% फण्ड क्यों? इस पर हरियाणा की बीजेपी सरकार चुप क्यों है? आम आदमी पार्टी की सरकार बनते ही हम खिलाड़ियों के लिए एक्शन प्लान लाएंगे। ट्रेनिंग से लेकर हेल्थ और इंफ्रास्ट्रक्चर तक सभी सुविधाएं दी जाएंगी।