खुशी और भावुकता में बह रहे सफलता के ये आंसू ही मेरी मेहनत की सबसे बड़ी कमाई और ईनाम हैं।
चंडीगढ़ जाते वक्त अंबोली गांव के पास एक युवक से भेंट हुई जो कि अपनी मेहनत और बिना खर्ची पर्ची के हाल ही में टीजीटी सिलेक्ट हुआ है।
उनकी मां ने कहा कि “आपने उन गरीबों के घर सरकारी नौकरी से रौशन किए हैं जिनकी योग्यता की सुध लेने वाला 2014 से पहले कोई नहीं था।” मां-बेटे के आंसू छलक पड़े।
उन्हें लड्डू खिलाकर उनकी सफलता की खुशी में भागीदार बना मन को बड़ा संतोष मिला मुख्यमंत्री नायब सैनी जी