सांसद दीपेन्द्र हुड्डा आज कांग्रेस पार्टी के ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के तीसरे दिन राई विधान सभा क्षेत्र में एथनिक इंडिया (जीटी रोड) से बहालगढ़ तक पदयात्रा कर भाजपा सरकार के 10 साल के कुशासन के खिलाफ जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान जन-आंदोलन का रूप ले चुका है। पदयात्रा के दौरान दीपेन्द्र हुड्डा के साथ सड़कों पर जनता का हुजूम उमड़ पड़ा। पूरे यात्रा रूट पर वे स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुन रहे थे। इलाके के लोगों ने उन्हें बताया कि दुर्दशा का ये आलम है कि राई में सड़कें टूटी हैं, मंदिर की गली हो या स्कूल, सड़कों-गलियों में सीवर का पानी बह रहा है। पानी की निकासी की व्यवस्था तक नहीं है। दीपेन्द्र हुड्डा ने शिव मंदिर के पास खुद गंदे पानी से भरी गलियों में पैदल जाकर उनकी समस्याओं को देखा और कांग्रेस सरकार आने पर इनके समाधान का भरोसा दिया। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में केवल विधायक ही नहीं, हरियाणा की जनता भी भाजपा का साथ छोड़ चुकी है। ये सरकार पहले ही अल्पमत में है। भाजपा को सत्ता में रहने का कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है। दीपेन्द्र हुड्डा ने मांग करी कि हरियाणा में तुरंत विधानसभा चुनाव कराये जाएं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हुड्डा सरकार ने राई को शिक्षा का हब बनाने की सोच के साथ राजीव गांधी एजुकेशन सिटी की स्थापना की। कांग्रेस सरकार की सोच थी कि हमारा नौजवान शिक्षा और खेल की तरफ अपना भविष्य बनाये। इसी सोच के साथ यहां बाबा साहब भीमराव अंबेडकर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी बनी, चौ. छोटूराम यूनिवर्सिटी बनी, भगत फूलसिंह महिला यूनिवर्सिटी खानपुर, निफ्टम, ट्रिपल आईटी समेत कई प्राईवेट यूनिवर्सिटी लेकर आये। भारत सरकार और हरियाणा सरकार के कई संस्थान आये। भाजपा ने शिक्षा के हब को अपराध और नशे का हब बना दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार यहाँ एक कोई स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी तो दूर हमारे समय बनी डाइट पर भी ताला लगवा दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा आंकड़े के आधार पर हिसाब देने की चुनौती का जवाब देते हुए सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि 10 साल के बाद भी केंद्रीय मंत्री को अपनी पार्टी के मुख्यमंत्री का नाम लेने की बजाय हुड्डा साहब का नाम लेना पड़ रहा है। गृह मंत्री भाजपा के 10 साल का हिसाब देते, लेकिन अब भी कांग्रेस सरकार से हिसाब मांगने का सीधा मतलब है कि बीजेपी ने 10 साल में कोई काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि हरियाणा अपराधियों की शरणस्थली बन गया है। पूरे प्रदेश में अपराध बेकाबू हो गया है। अपराधी खुलेआम दनदनाते हुए दूसरे प्रदेशों में वारदात करने के बाद हरियाणा में शरण ले रहे हैं। हरियाणा सरकार इतनी विफल साबित हुई है कि दूसरे प्रदेशों की पुलिस को यहां आकर कार्रवाई करनी पड़ रही है। गृह मंत्रालय के एनसीआरबी के मार्च के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा आज हरियाणा में देश में सबसे ज्यादा अपहरण, सबसे ज्यादा फिरौतियों की वसूली, महिलाओं के खिलाफ अपराध हो रहा है। हरियाणा हत्या दर में नंबर 2 पर है। ये गृह मंत्रालय के आंकड़े हैं। हरियाणा में बढ़ते अपराध पर सवाल पूछते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि यहां हर ढाबे के बाहर पुलिस का पहरा लगा हुआ है। भाजपा ने अपराध की ऐसी स्थिति बना दी कि आज हर गांव से कोई न कोई गैंगस्टर, अंडरएज शूटर निकल रहा है। उन्होंने केन्द्रीय गृह मंत्री से सवाल किया कि वे यहां के माईनिंग माफिया का हिसाब दें कि किसकी शह पर माईनिंग माफिया पनप गया? गैरकानूनी खनन किसकी नाक के नीचे, किसके संरक्षण में हो रहा है? अवैध खनन की कहानी बच्चे-बच्चे की जुबान पर है। बीजेपी सरकार ने प्रदेश को भ्रष्टाचार की गर्त में ढकेल दिया।
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि 10 साल की भाजपा सरकार ने हरियाणा को विकास की पटरी से उतार कर बेरोजगारी, अपराध, नशे, किसानों के साथ अत्याचार करने में नंबर 1 बना दिया। गरीब, पिछड़े, एससी समाज के अधिकारों को छीनकर संविधान कुचलने में नंबर 1 बना दिया। उन्होंने अपना लक्ष्य बताते हुए कहा कि उनकी लड़ाई हरियाणा के भविष्य को बचाने, प्रदेश के नौजवान का भविष्य बचाने, किसान के सम्मान को बचाने की है। बीजेपी की निर्दयी सरकार में स्कूल के बच्चों से लेकर न्याय मांग रही बेटियों तक सबको सड़कों पर धरने पर बैठना पड़ा है। किसान आंदोलन में 750 किसानों की जान चली गयी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रदेश के हर वर्ग ने भाजपा की नकारात्मक राजनीति को नकारकर कांग्रेस पार्टी का साथ दिया। यही कारण है कि पूरे देश में सबसे ज्यादा वोट प्रतिशत हरियाणा प्रदेश में मिला। प्रदेश की सभी 90 विधानसभाओं में कांग्रेस का वोट जबरदस्त बढ़ा और भाजपा के वोट में जबरदस्त गिरावट आई।