Nirmala Sitharaman Record: आगामी 22 जुलाई से 12 अगस्त तक संसद का बजट सत्र चलेगा। देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को 2024-25 को केंद्रीय बजट पेश करेंगी।
भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार का अपने नए कार्यकाल का प्रथम बजट इस लिहाज से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बहरहाल इस बजट के साथ ही निर्मला सीतारमण के साथ देश में सबसे लगातार सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड जुड़ जायेगा।
सीतारमण लगातार सातवीं बार पेश करेंगी बजट
विशेष तथ्य यह है कि पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई और मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण दोनों के नाम लगातार 6 बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड दर्ज है, लेकिन इस बार बजट पेश करने के साथ ही निर्मला सीतारमण आगे निकल जाएंगी। 23 जुलाई को 2024-25 को उनके नाम लगातार सर्वाधिक 7 बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड दर्ज हो जायेगा। निर्मला सीतारमण दश की पहली महिला वित्त हैं। उन्होंने मई 2019 में वित्त मंत्रालय विभाग संभाला था, जो अब तक उनके पास हैं।
मोरारजी देसाई ने पेश किए थे 10 बजट
फ़िलहाल देश में अब तक सबसे अधिक बार आम बजट पेश करने का कीर्तिमान पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के नाम है। आज़ाद भारत में चौथे प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पूर्व बतौर वित्त मंत्री मोरारजी देसाई ने 10 बजट पेश किए थे, जिसमें देश का पूर्ण बजट और अंतरिम बजट दोनों शामिल है। इस लिहाज से सर्वाधिक बजट पेश करने का रिकॉर्ड फिर भी कायम रहेगा।
जन्मदिन के दिन पेश किया था बजट
मोरारजी देसाई ने बतौर वित्तमंत्री 1959 से 1964 तक लगातार 5 बार पूर्ण बजट और एक बार अंतरिम बजट पेश किया था। हालाकिं यह क्रम टूटा, किंतु 1967 से 1969 तक दोबारा वित्त मंत्रालय संभालते हुए बजट पेश किया। इस प्रकार उन्होंने कुल 8 पूर्ण बजट और 2 अंतरिम बजट पेश किए।
इसी के साथ मोरारजी देसाई ने 29 फरवरी अपने जन्मदिन के दिन भी एक बार देश का बजट पेश किया था। इतिहास में ऐसा अब तक के किसी दूसरे वित्तमंत्री ने नहीं किया है,इस रिकॉर्ड आग भी बरकरार रहने की संभावना है।
पी चिदंबरम के नाम भी है रिकॉर्ड दर्ज
ज्ञात हो कि सीतारमण से पूर्व कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने भी 8 बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड बनाया था , लेकिन यह लगातार वित्त मंत्री रहते हुए नहीं कर सके थे। एक जून 1996 को पी चिदंबरम पहली बार एच डी देवगौड़ा के नेतृत्व में बनी संयुक्त मोर्चा सरकार में वित्त मंत्री बने थे।
वह 21 अप्रैल 1997 तक भारत के वित्त मंत्री के पद पर काबिज रहे। इतना ही नहीं उन्होंने एक मई 1997 से लेकर 19 मार्च 1998 तक इंद्र कुमार गुजराल की सरकार में भी वित्त मंत्री के पद का कार्यभार संभाला था।