पेरिस ओलंपिक की शुरुआत में अब 13 दिन का समय शेष है। ओलंपिक में भाग ले चुके पूर्व खिलाड़ियों को भारतीयों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। इस टूर्नामेंट की शुरुआत 26 जुलाई से होगी, जिसके लिए भारतीय खिलाड़ी जमकर पसीना बहा रहे हैं।
इससे पहले इंडियन चैंबर आफ कॉमर्स द्वारा शुक्रवार को आयोजित परिचर्चा ‘इन सर्च आफ ग्लोरी : इंडियाज प्रोस्पेक्टस इन द 2024 ओलंपिक’ में पूर्व खिलाड़ियों ने भाग लिया और भारत की तैयारियों पर चर्चा की।
गुरबख्श सिंह ने जताई भारतीय खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
इस दौरान पूर्व ओलंपिक पदक विजेता गुरबख्श सिंह ने कहा, “ओलंपिक आने पर ही हम जागते हैं , पूरा देश जागता है। यह रवैया बदलना चाहिये। हमें कठिन पूल मिला है । पहला लक्ष्य सेमीफाइनल में पहुंचना होना चाहिए। सिर्फ जीत की सोच के साथ मैदान पर उतरना होगा।”
जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने भी रखी अपनी राय
रियो ओलंपिक 2016 में कांस्य पदक से मामूली अंतर से चूकी जिम्नास्ट दीपा करमाकर ने भी खिलाड़ियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “अपने भीतर सब कुछ हासिल करने की इच्छाशक्ति होनी चाहिये। चौथे स्थान पर रहने के बाद मैचे कोच बिश्वेश्वर नंदी सर से कहा कि मुझ पर भरोसा करने वाले करोड़ों भारतीयों का सामना कैसे करूंगी। उन्हें मुझसे इतनी अपेक्षाएं थी। मैं सीधे अगरतला जाना चाहती थी लेकिन उन्होंने कहा कि पूरा देश तुम्हारा इंतजार कर रहा है।”
उन्होंने कहा, “और मेरे आने के बाद जिस तरह से स्वागत हुआ, मैं दंग रह गई । मुझे याद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कितने प्रेरक शब्द कहे थे और उन्हें मेरे प्रदर्शन के हर मिनट की तफ्सील से जानकारी थी।”
क्या बोले राहुल बनर्जी?
पूर्व ओलंपियन तीरंदाज राहुल बनर्जी ने कहा कि एक खिलाड़ी को हमेशा नाकामियों से सीखना चाहिए। उन्होंने कहा, “अगर आप पहला टूर्नामेंट जीतते हैं तो जश्न मनाते हैं और दूसरा हारने पर आपको नाकाम करार दिया जाता है।”