चंडीगढ़ : हरियाणा में एक लाख 80 हजार किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का 210 करोड़ का लाभ मिलेगा और प्रदेश के 2500 गांवों के किसान इस योजना से लाभान्वित होंगे।
यह जानकारी देते हुए हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि विपक्ष के कांग्रेस और इनेलो के लोगों ने फसल बीमा योजना पर किसानों को गुमराह करके किसानों का नुकसान करवा दिया अन्यथा लाभान्वित होने वाले किसानों की संख्या और अधिक होती। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 27 किसानों को चेक( सांकेतिक) इस राहत राशि वितरण की शुरुआत मुख्यमंत्री के साथ उन्होंने की है। बीमा करवाने वाले एक एक किसान को एक लाख से 12 लाख तक की राशि मिली है। उन्होंने बताया कि पानीपत के दिलावर सिंह की 12 लाख 29 हजार का मुआवजा मिला है, जो की रिकार्ड है। इसी प्रकार, कई किसानों को 3 लाख से अधिक के चेक मिले हैं ।
श्री धनखड़ ने कहा कि यह राशि पिछले वर्ष खरीफ की फसल के बीमा के एवज में मिली है। कृषि मंत्री ने कहा कि जब से फसल बीमा योजना लागू की गई है, तभी से कांग्रेस और इनेलो के नेता किसानों को गुमराह करते रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिस किसान का क्रेडिट कार्ड है और जिस फसल के लिए उसने यह ऋण लिया है, उसके बारे में जागरूक रहे। यदि वह फसल बदलता है तो उसकी जानकारी बीमा की निर्धारित तिथि से पहले अवश्य दें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह मुआवजा क्रॉप कटिंग पर आधारित है। इस सिस्टम के अनुसार पूरे गांव से चार सैम्पल लिए जाते हैं जिसके आधार पर फसल का औसत उत्पादन देखा जाता है, जिसकी तुलना पिछली उत्पादित फसल से किया जाता है। जिसके आधार पर ही पूरे गांव को यूनिट मानकर मुआवजा दिया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि फसल उत्पादन के 14 दिन तक भी फसल में नुकसान होता है, जैसे कटी फसल का बारिश से नुकसान या मंडी में नुकसान, वह भी इस बीमा योजना में कवर होता है।
श्री धनखड़ ने बताया कि सूखा, ओलावृष्टि, चक्रवात और अन्य नहीं रोके जा सकने वाले जोखिम भी बीमा में कवर किये जाते हैं। इस मामले में एक खेत को इकाई मानकर कवर किया जाता है। जो की अपने आप में महत्वपूर्ण बात है। उन्होंने औसत उत्पादन के आधार पर (क्रॉप कटिंग ) दिए जाने वाले मुआवजे में रोहतक के मायना गांव का जिक्र किया, जिसके दो किसानों को क्रमश: एक लाख 96 हजार और 86 हजार की राशि मिली है। श्री धनखड़ ने कहा कि केवल डेढ़ से दो प्रतिशत राशि किसान को देनी होती है जबकि बाकी सारा पैसा केंद्र और राज्य सरकार देते हैं। इसलिये हर किसान को फसल बीमा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम जोखिम फ्री गांव बनाना चाहते हैं । हर नागरिक को 12 रुपये वाला दुर्घटना बीमा सरकार दे रही है। पशुओं का बीमा भी सरकार 25 से 100 रूपये में करवा रही है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे अपना, पशुओं का फसलों का बीमा करवाकर अपने गांव को जोखिम फ्री बनाएं।