चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा है कि सेवा के अधिकार के बारे भी लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है। सेवा का अधिकार आयोग के सदस्यों को भी नियमित रूप से समय-समय पर कार्यशालाओं का आयोजन करवाना चाहिए। इससे लोगों को उनके अधिकार के बारे जानकारी मिलती है और किसी अधिकारी के खिलाफ कोई शिकायत करता है तो आयोग को इसकी निष्पक्ष जांच कर शिकायतकत्र्ता को संतुष्टï करना चाहिए।
मुख्यमंत्री आज भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री हरदीप कुमार को हरियाणा सेवा का अधिकार आयुक्त के पद की शपथ दिलाने उपरांत उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। श्री हरदीप कुमार लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के पद से हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे।
मुख्य आयुक्त सहित वर्तमान में हरियाणा सेवा का अधिकार आयुक्तों की संख्या बढक़र पांच हो गई है। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना के अधिकार की तरह सेवा के अधिकार के बारे भी लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। हालांकि सेवा के अधिकार के लिए किसी अन्य व्यक्ति की सूचना नहीं ली जाती बल्कि शिकायतकत्र्ता खुद ही अपने काम के लिए शिकायत करता है।
जाट आंदोलन के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि कमेटी गठित की गई और बातचीत की प्रक्रिया चल रही है। आगे भी जारी रहेगी।
कल मंत्रिमंडल की बैठक के संबंध में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सूरजकुंड क्राफ्ट मेले के समापन अवसर पर सभी मंत्रियों को दोपहर के भोजन का निमंत्रण दिया जाता है। वैसे भी अधिकांश मंत्रियों को इस दिन वहां होना है। कुछ औपचारिक एजेंडे भी बैठक में लिए जाएंगे।
इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव डॉ. कमल गुप्ता, मुख्य सचिव श्री डी.एस.ढेसी, मुख्य मंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. राकेश गुप्ता, उप-प्रधान सचिव श्री भूपेन्द्र सिंह, ओएसडी मुकुल कुमार के अलावा सेवा का अधिकार आयुक्त श्री सरबन सिंह, श्री अमर सिंह तथा सुनील कत्याल व विभिन्न विभागों के अन्य प्रशासनिक सचिव भी उपस्थित थे।