गृहमंत्री अमित शाह ने एक साक्षात्कार के दौरान अलग अलग मुद्दों पर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीओके सिर्फ भाजपा की ही प्रतिबद्धता नहीं बल्कि देश की संसद की भी प्रतिबद्धता है।
शाह ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस नेता पाकिस्तान के पास एटम बम होने की बात करते हैं। उन्होंने कहा ‘विपक्ष के नेता पाकिस्तान का सम्मान और पीओके को पाकिस्तान को सौंपने की बात करते हैं। राहुल गांधी को जनता के सामने इसका जवाब देना चाहिए।’ पीओके में चल रहे प्रदर्शनों पर शाह ने कहा कि वहां अव्यवस्थाएं फैली हैं।
एक देश-एक चुनाव पर बोले शाह
समान नागरिकता संहिता (यूसीसी) पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निश्चित तौर पर यूसीसी भाजपा के संकल्प पत्र का एक अहम मुद्दा है। उन्होंने कहा कि भाजपा एक देश-एक चुनाव का नियम भी लाना चाहती है और आने वाले दिनों में धर्म विशेष के कानूनों को नहीं आने दिया जाएगा।
कश्मीर में चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे- शाह
श्रीनगर में भाजपा के चुनाव न लड़ने पर अमित शाह ने कहा ‘हम स्वीकार करते हैं कि अभी कश्मीर में हमारा संगठन मजबूत नहीं है। जब संगठन ताकतवर होगा, तो हम वहां चुनाव लड़ेंगे और मुझे पूरा विश्वास है कि हम जीत कर भी आएंगे।’
केजरीवाल पर शाह ने साधआ निशाना
अमित शाह ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। दरअसल केजरीवाल ने कहा था कि अमित शाह प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके जवाब में गृहमंत्री ने कहा कि केजरीवाल केवल 22 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए उनके बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। शाह ने कहा कि मोदी 2029 तक देश के प्रधानमंत्री बने रहेंगे और उसके बाद भी मोदी ही भाजपा का नेतृत्व करेंगे।
सर्जिकल स्ट्राइक पर विपक्ष के सवाल का दिया जवाब
विपक्ष द्वारा हाल ही में बालाकोट हमले और पुलवामा हमले पर सवाल उठाए गए थे। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के शासन में आतंकियों को घर में घुस कर मारा गया और अनुच्छेद 370 हटने के बाद भाजपा सरकार ने कश्मीर में हालात बदले हैं। शाह ने आगे कहा कि अगर विपक्ष ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की प्रतिक्रिया देखी होती तो वे सवाल नहीं उठाते। गृहमंत्री ने कहा ‘विपक्ष के नेताओं की मानसिकता छोटी हो गई है और इसलिए, लोगों को गुमराह कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह सरकार के दस साल में इतने बम धमाके हुए और इसका कोई ठोस जवाब नहीं दिया गया।