कोरोना वैक्सीन को लेकर जिस तरह से सवाल खड़े हो रहे हैं, उसके बीच एस्ट्राजेनेका ने कोविड वैक्सीन वैक्सजेवरिया को दुनियाभर से वापस ले लिया है।
टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी की ओर से कहा गया है कि यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि बाजार में काफी अधिक मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध है। बाजार में मांग की कमी की वजह से वैक्सीन को वापस लिया जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार एस्ट्राजेनेका ने 5 मार्च को वैक्सजर्विया वैक्सीन को वापस लेने का आवेदन किया थ, जोकि 7 मई से प्राभावी हो गई है। इस बीच मंगलवार को यूरोप में वैक्सीन की मार्केटिंग के अधिकार को भी वापस ले लिया है। दरअसल कंपनी ने एक कानूनी दस्तावेज में इस बात को स्वीकार किया है कि कोरोना वैक्सीन से दुर्लभ केस हो सकता है। जिसमे थ्रोंबोसिस थ्रोंबोकाइटोपेनिया सिंड्रोम की समस्या हो सकती है। इसमे खून का थक्का बनता है और प्लेटलेट्स कम हो जाती है।
हालांकि यह ध्यान देने वाली बात है कि अगर किसी ने वैक्सीन नहीं भी लगवाई है तो भी यह सिंड्रोम पाया जा सकता है। हालांकि इसकी वजह पता करने के लिए डॉक्टर के डायग्नोसिस की जरूरत पड़ेगी।
इसके बावजूद कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन को लेकर क्लीनिकल ट्रायल किए गए, दुनियाभर में वैक्सीन की सुरक्षा और उपयोगिता को लेकर सबूत मौजूद हैं। कंपनी की ओर से कहा गया है कि हमारी पहली प्राथमिकता मरीज की सुरक्षा है। कंपनी के प्रवक्ता की ओर से पिछले हफ्ते कहा गया था कि दुनियाभर में जिस किसी को भी स्वास्थ्य की समस्या हुई है उनके प्रति हमारी सहानुभूति है। मरीजों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। रेगुलेटरी अथॉरिटी के स्टैंडर्ड किसी भी दवा या वैक्सीन को लेकर काफी हाई हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि दवाओं का सुरक्षित इस्तेमाल किया जा सके।