कांग्रेस के सीनियर नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में ऐसे बहुत से उदाहरण है जहां एक साल तक चुनाव नहीं हुए जैसे सांसद रतन लाल कटारिया के निधन के बाद कोई चुनाव नहीं हुआ ।
इसलिए मैं यह समझता हूं कि मनोहर लाल को इस्तीफा नहीं देना चाहिए था , पता नहीं उन्होंने जल्दबाजी में या गुस्से में इस्तीफा दे दिया और चुनाव आयोग को भी इतनी जल्दी नहीं करनी चाहिए थी
क्योंकि इससे पब्लिक और पार्टियों पर अधिक खर्च पड़ता है इसलिए करनाल का उपचुनाव कराने की कोई जरूरत नहीं थी
कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट पर बोलते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा कि कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी की तीन-चार बैठकर हो चुकी है और स्क्रीनिंग कमेटी ने लिस्ट तैयार कर राष्ट्रीय चुनाव समिति को भेज दी है ।
ऐसे में मार्च के पहले हफ्ते में ही कांग्रेस के लिस्ट आ जाएगी
कांग्रेस के दिग्गज नेता कुमारी शैलजा , दीपेंद्र हुड्डा और बड़े नेता इलेक्शन लड़ेंगे या नहीं इस पर सीनियर नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि दिग्गज नेता जो भी होते हैं उन्हें आवेदन करने की जरूरत नहीं होती , जिन भी नेताओं का नाम लिया जा रहा है उन्होंने नहीं कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे , यह उन नेताओं पर निर्भर है कि वह चुनाव लड़ेंगे या फिर नहीं , जिसको भी पार्टी उम्मीदवार बनाएगी वह बहुत मजबूती से चुनाव लड़ेगा
कुरुक्षेत्र के रण को लेकर अशोक अरोड़ा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में बीजेपी ने हार मान ली है क्योंकि उनके पास कोई उम्मीदवार ही नहीं था
10 मिनट पहले जिसे भाजपा में शामिल किया उसे कुरुक्षेत्र से टिकट दी गई
पहले बीजेपी के लोग कोयला बेचने का कोयला चोरी के इल्जाम लगाते है फिर उन्हें उम्मीदवार बना दिया
बीजेपी के पास हिसार में भी कोई उम्मीदवार नहीं था इसी कारण निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला को शामिल करवाया लेकिन उन्हें हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा नहीं दिलवाया
जबकि नियम यह कहते हैं कि इस्तीफा देने के बाद ही किसी पार्टी को ज्वाइन किया जा सकता है
लेकिन बिना इस्तीफा दिए पार्टी में शामिल कर दिया है स्पीकर को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के सांझे उम्मीदवार पर अभय चौटाला द्वारा की गई टिप्पणी पर कहा कि हर पार्टी अपने जीत के दावे करती है और दूसरी पार्टीयो के उम्मीदवार की जमानत जप्त होगी यह कहते है 4 जून को सबके सामने फैसला जाएगा
1700 करोड रुपए का इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा कांग्रेस को दिए गए नोटिस पर उन्होंने कहा कि यह प्रजातंत्र पर हमला है यह गलत काम हो रहा है , ताकि राजनीतिक पार्टियों चुनाव ही ना लड़ पाए ।
पहले उनके खाते सील कर दो फिर उन्हें चुनाव आयोग से नोटिस दे दो इस तरीके की परंपराएं बहुत गलत है