नई दिल्ली. लोकसभा चुनावों में बीजेपी दिल्ली में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी आलाकमान ने यहां बड़ा फेरबदल करने का निर्णय लिया है. सूत्रों की मानें तो राज्य के सभी 7 मौजूदा लोकसभा सांसदों में से बीजेपी अपने केवल 2 सांसदों को ही दोबारा मैदान में उतारेगी, जबकि अन्य 5 सीटों पर नए उम्मीदवारों को मौका देने की तैयारी में है.
लेखी की जगह बांसुरी, हर्षवर्धन की सीट पर खंडेलवाल की चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी की जगह इस बार बांसुरी स्वराज को मौक़ा मिल सकता है. हालांकि इस सीट पर सतीश उपाध्याय का भी नाम चल रहा है. वहीं सांसद रमेश बिधूड़ी की जगह दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर बिधूड़ी को मौक़ा मिल सकता है, जबकि प्रदेश उपाध्यक्ष गजेंद्र यादव ने भी इस सीट से ज़ोर लगाया हुआ है. चांदनी चौक से पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की जगह व्यापारी नेता प्रवीण खंडेलवाल को चुनाव लड़ाया जा सकता है. इसी सीट पर प्रदेश उपाध्यक्ष विष्णु मित्तल भी क़िस्मत आज़माने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं मशहूर गायक सांसद हंसराज हंस की जगह राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम चुनाव लड़ सकते हैं.
मनोज तिवारी और प्रवेश वर्मा का टिकट सेफ
इस बीच प्रसिद्ध क्रिकेटर गौतम गंभीर ने खुद ही बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मिलकर चुनाव ना लड़ने की इच्छा जताई थी. उनकी इस इच्छा को सम्मान देते हुए बीजेपी नेतृत्व ने उनकी बात मान ली है. गंभीर अब गंभीरता के साथ केवल क्रिकेट पर ही अपना ध्यान लगाएंगे और राजनीति से दूर रहेंगे. उनकी लोकसभा सीट पर प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और प्रदेश महामंत्री हर्ष मल्होत्रा के साथ क़िस्मत आज़माने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं इस पूरे फेरबदल में मनोज तिवारी और प्रवेश वर्मा बीजेपी नेतृत्व के सामने खरे उतरे हैं और इसी कारण से फिर से चुनाव मैदान में होंगे.
इस बीच खबर है कि लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर विचार विमर्श करने के लिए बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की दूसरी बैठक बुधवार, 6 मार्च को हो सकती है. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को होने वाली सीईसी की बैठक में गठबंधन वाले राज्यों के उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हो सकती है. यह बताया जा रहा है कि बुधवार की बैठक में बीजेपी आंध्र प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र और बिहार के साथ-साथ कई अन्य राज्यों के लिए उम्मीदवारों के नाम पर मंथन कर सकती है.
बीजेपी सूत्रों ने बताया कि कई राज्यों में जहां सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अपने अंतिम दौर में है, वहीं कई राज्य ऐसे भी हैं जहां के क्षेत्रीय दल एनडीए गठबंधन का हिस्सा बनना चाहते हैं और इन दलों के साथ भी बीजेपी की बातचीत लगभग अंतिम दौर में है.
पीएम मोदी ने गुरुवार देर रात की थी उम्मीदवारों पर चर्चा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम मुहर लगाने के लिए गुरुवार देर रात केंद्रीय चुनाव समिति के साथ मैराथन बैठक की थी. पार्टी मुख्यालय में गुरुवार रात करीब 10:45 बजे केंद्रीय चुनाव समिति की यह बैठक शुरू हुई, जो शुक्रवार तड़के 3:15 बजे तक चली थी.
बीजेपी मुख्यालय में करीब साढ़े चार घंटे तक चली केंद्रीय चुनाव समिति की इस मैराथन बैठक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, गोवा और केरल सहित कई अन्य राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की 150 से अधिक लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई. माना जा रहा है कि बीजेपी जल्द ही अपने लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर सकती है.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए गठबंधन के 400 पार जाने का लक्ष्य रखा है और इसे हासिल करने के लिए उन्होंने देश की जनता से बीजेपी को 370 से ज्यादा लोकसभा सीटों पर जीत दिलाने की अपील की है.