पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट भाजपा की परंपरागत सीट बन चुकी है। 2009 को छोड़कर पार्टी वहां 2004 के लोकसभा चुनावों से लगातार जीतती आ रही है। लेकिन, इस बार पार्टी अपने मौजूदा सांसद बॉलीवुड स्टार सनी देओल की जगह ऑलराउंडर क्रिकेटर युवराज सिंह को उतार सकती है।
बीजेपी ने जबसे पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट को सेलिब्रिटी प्रत्याशियों के हवाले किया है, उसका उसे भरपूर लाभ मिला है। लेकिन, टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक इस बार स्टार अभिनेता की जगह पार्टी स्टार क्रिकेटर पर दांव खेलने की सोच रही है।
गुरदासपुर से युवराज सिंह हो सकते हैं बीजेपी उम्मीदवार
बीजेपी नेता सोमदेव शर्मा ने संकेत दिया है कि पार्टी इस बार गुरदासपुर के सांसद सनी देओल की जगह युवराज सिंह के नाम पर विचार कर सकती है। उन्होंने कहा है कि ‘केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ उनकी (युवराज सिंह) हालिया मुलाकात से इसके संकेत मिलते हैं।’
सनी देओल ने एक भी बहस में नहीं लिया भाग
बता दें कि सनी देओल मौजूदा लोकसभा के उन 9 सांसदों में शामिल हैं, जिन्होंने एक भी बहस में भाग नहीं लिया और अपना कार्यकाल भी पूरा कर लिया है। वन इंडिया ने पहले भी एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें भाजपा से टिकट कटने वालों में सबसे ज्यादा संभावना सनी देओल को लेकर ही जताई गई थी।
सनी देओल खुद जता चुके हैं चुनाव न लड़ने की इच्छा
एक कार्यक्रम में जब उनकी संसद में निष्क्रियता को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने खुद कहा था कि वह राजनीति के पेशे के लिए फिट नहीं हैं। उन्होंने 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ने से खुद ही अनिच्छा भी जता चुके हैं।
विनोद खन्ना भी कर चुके हैं भाजपा का प्रतिनिधित्व
जहां तक बीजेपी की बात है तो 2004 में यहां से अभिनेता विनोद खन्ना को जीत मिली थी। लेकिन, 2009 में वह कांग्रेस के दिग्गज प्रताप सिंह बाजवा से महज 1% से भी कम वोटों के अंतर से हार गए थे। लेकिन, 2014 की मोदी लहर में उन्होंने जबर्दस्त वापसी की थी। तब विनोद खन्ना को गुरदासपुर सीट पर 46.25% वोट मिले थे और कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा सिर्फ 33.20% वोट ही जुटा सके थे।
2019 में सेनी देओल ने सुनील जाखड़ को हराया था
2019 में बीजेपी ने विनोद खन्ना की जगह सनी देओल पर दांव लगाया था। पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती सीट होने की वजह से भाजपा को बॉलीवुड में उनके किरदारों का फायदा मिला। बीजेपी को तब 50.58% मिले थे। सनी देओल के खिलाफ तब कांग्रेस ने अपने दिग्गज सुनील जाखड़ को प्रत्याशी बनाया था, जो अभी पंजाब में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। सनी देओल के मुकाबले उन्हें महज 43.12% वोट मिले थे।
नवजोत सिंह सिद्धू की भी बीजेपी में वापसी की अटकलें
इस बीच अमृतसर के पूर्व सांसद और पूर्व क्रिकेट नवजोत सिंह सिद्धू की भी बीजेपी में वापसी की जोरदार अटकलें चल रही हैं। यह कयासबाजियां ऐसे समय में लग रही हैं, जब कई मुद्दों पर सिद्धू केंद्र की मोदी सरकार का मुखर विरोध करते नजर आते हैं।
लेकिन, उनकी प्रदेश कांग्रेस नेताओं से भी ट्यूनिंग नहीं हो पा रही है और पार्टी नेतृत्व अबतक ऐसा कोई नुस्खा नहीं खोज पाया है, जिससे उनपर राजनीतिक लगाम लगाई जा सके। शर्मा का कहना है कि कई संकेत हैं, जिससे लगता है कि सिद्धू की पार्टी में वापसी हो सकती है।
उन्होंने कहा है, ‘उनके आने की अटकलों के बीच अन्य बीजेपी नेताओं और संभावित उम्मीदवारों के बीच बातचीत जारी है…’ लेकिन इसकी डिटेल उन्होंने शेयर नहीं की है।
वैसे उन्हें लगता है कि अगर अमृतसर से सिद्धू भाजपा उम्मीदवार होते हैं तो उनकी जीत की संभावना बढ़ सकती है, क्योंकि यह भाजपा का गढ़ रहा है। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सिद्धू को टिकट दे सकती है, लेकिन वह अमृतसर की जगह दूसरी सीट हो सकती है।