Haryana News: हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने विभाग के विद्यार्थियों और अध्यापकों की टीम को एडवेंचर और पर्वतारोहण के क्षेत्र में विश्व रिकॉर्ड बनाकर पूरे प्रदेश का नाम रोशन करने पर बधाई व शुभकामनाएं दी है।
हरियाणा स्कूल शिक्षा विभाग ने बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स-एवं-रेहनोक शिखर 16500 फीट पर्वतारोहण अभियान में भाग लेने के लिए 51 प्रतिभागियों को भेजा था। जिसमें ग्यारहवीं कक्षा के 22 लडक़े और 22 लड़कियां, 3 पुरुष एवं 3 महिला शिक्षक और 1 कॉन्टिनजेन्ट लीडर शामिल था। इस कार्यक्रम का आयोजन रक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित हिमालय पर्वतारोहण संस्थान, दार्जिलिंग के सहयोग से सिक्किम क्षेत्र में किया गया था।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा भारत का एकमात्र राज्य है। जहां सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए विभाग के स्तर पर पर्वतारोहण अभियान आयोजित किए जाते हैं। इस कार्यक्रम में बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स भी जोड़ा गया है। ताकि छात्र आगे चलकर पर्वतारोहण को अपने करियर के रूप में चुन सकें। युवा छात्रों को पर्वतारोहण के माध्यम से 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित पहाड़ों पर प्रकृति अध्ययन का अवसर प्रदान करना। ताकि वे वहाँ की वनस्पतियों, वन्य जीवों, जन जीवन का अध्ययन कर सकें। इसके साथ ही छात्रों को अधिक ऊंचाई वाले साहसिक कार्यों की तकनीक और कार्यप्रणाली से परिचित कराना। उनकी फिटनेस, आत्मविश्वास, आयोजन क्षमता, निर्णय लेने और अन्य व्यक्तित्व लक्षणों के स्तर को बढ़ाना।
इस विशेष पर्वतारोहण पाठ्यक्रम-एवं-पर्वतारोहण अभियान में अर्हता प्राप्त करने वाले प्रतिभागी देश के किसी भी राष्ट्रीय स्तर के पर्वतारोहण और साहसिक संस्थान में प्रशिक्षु प्रशिक्षक के रूप में काम करने के पात्र होंगे। प्रशिक्षु प्रशिक्षक के रूप में एक महीने की प्रशिक्षुता के बाद, वे साहसिक संस्थानों, साहसिक खेल कंपनियों आदि में जूनियर प्रशिक्षक की नौकरी पाने के पात्र होंगे या फ्रीलांसर प्रशिक्षक के रूप में काम कर सकते हैं। इसके अलावा वे पर्वतारोहण को अपने करियर में एक संबद्ध खेल के रूप में अपना सकते हैं और एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स और मेथड्स ऑफ इंस्ट्रक्शंस आदि के रूप में अपनी योग्यता बढ़ा सकते हैं।