अयोध्या के हनुमंतगढ़ी के महंत राजू दास अपने एक्स यानी ट्विटर पर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर (Indo-Pak Border) पर स्थित मंदिर की तस्वीर शेयर की है। यह तस्वीर शारदा पीठ की है। इसके बारे में बताया जाता है कि यह सरस्वती का प्राचीन मन्दिर है। माना जाता है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में शारदा के निकट किशनगंगा नदी (नीलम नदी) के किनारे स्थित है।
यह भारत-पाक नियंत्रण-रेखा यानी की एलओसी के बेहद करीब है। तस्वीर में मंदिर बेहद उजाड़ दिखाई दे रहा है। इसमें छत भी नहीं है। महज पत्थर के ढांचे पर किसी तरह खड़े हुए इस मंदिर में सफेद शीलालेख भी है। इसमें इसके इतिहास के बारे में जानकारी है।
शारदा पीठ मंदिर तक जाने के लिए भारतीयों को लेना पड़ता है प्रमाण पत्र
इंटरनेट पर मौजूद अलग-अलग जानकारियों के अनुसार, आजादी की लड़ाई और भारत-पाक विभाजन के बाद शारदा पीठ पर जाने वाले दर्शनार्थियों में काफी कमी आई है। असल में वहां जाने के लिए अलग से प्रमाण पत्र लेना पड़ता है। हालांकि ऐसा केवल भारतीयों को करना होता है। इसे अनापत्ति प्रमाणपत्र कहा जाता है।
अमित शाह ने कही थी मंदिर के लिए गलियारा खोलने की बात
मार्च 2023 में भारतीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार मंदिर के लिए करतारपुर शैली का गलियारा खोलने की दिशा में आगे बढ़ेगी। हालांकि अभी इस दिशा में कदम बढ़ाए जाने बाकी हैं। इस मंदिर में मां शारदा हाथ पर घंटा, अमृत कलश, शक्ति अस्त्र, धनुष, वाण, रत्न कलश लिए शेर के ऊपर विराजमान हैं।