अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के स्वास्थ्य को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। उनकी याददाश्त को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ऐन वक्त पर राष्ट्रपति की दावेदारी से बाहर हो सकते हैं।
अमेरिकी वेबसाइट पोलिटिको में कहा गया है कि अधिकांश रिपब्लिकन ये मानकर चल रहे हैं कि जो बाइडेन 2024 के राष्ट्रपति पद की दौड़ में नहीं रहेंगे। उनकी जगह पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा डेमोक्रेटिक पार्टी से कैंडिडेट बनाई जा सकती हैं।
आपको बता दें कि बीते कुछ सप्ताह से अमेरिकी मीडिया में कई कॉलम इस पर लिखे जा चुके हैं कि कैसे जो बाइडेन की उम्र उनके राजनीतिक करियर के लिए बाधा बन रही है। ऐसी दलील दी जा रही है कि उनकी घटती याददाश्त की वजह से वो देश में अलोकप्रिय हो रहे हैं।
इसी बीच दो दिन पहले स्पेशल काउंसिल रॉबर्ट हुर की एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया। रिपोर्ट में कहा गया- यह याद रखने में असमर्थ होना कि वह किस पद पर और कब थे, असाधारण रूप से चिंताजनक है। जाहिर है कि बाइडेन मेंटली और फिजिकली स्ट्रगल कर रहे हैं। लिहाजा, उनका इलेक्शन लड़ना सही नहीं होगा। इस रिपोर्ट से इतना हंगामा मचा कि खुद बाइडेन ने याददाश्त के आरोपों का खंडन करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंच गए। बाइडेन ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा था- उम्र के साथ कुछ दिक्कतें हो जाती हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मैं फिट नहीं हूं। हालांकि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी बाइडेन एक भारी गलती कर बैठे। इस दौरान उन्होंने गाजा को लेकर पूछे गए एक सवाल पर हमास का नाम तक बताना भूल गए। इतना ही नहीं उन्होंने मिस्र के नेता अब्देल फतह अल-सिसी को मैक्सिको का राष्ट्रपति तक बता दिया। रॉबर्ट हुर की रिपोर्ट पर जब विवेक रामास्वामी से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कुछ ऐसी ही बात कही। उन्होंने इसे जो बाइडेन के लिए बेहद बुरा दिन करार दिया। रामास्वामी ने कहा कि उन्होंने तो एक साल पहले ही अंदाजा लगा लिया था कि बाइडेन अगला चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। लेकिन तब लोगों ने उनकी बात को बस एक साजिश वाली थ्योरी करार दिया। आज उनकी बात सच साबित हो रही है। रामास्वामी ने फिर से भविष्यवाणी करते हए कहा कि मिशेल ओबामा ही अगली डेमोक्रेटिक उम्मीदवार होंगी। इससे पहले डोनाल्ड ट्रम्प ने भी कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि बाइडेन आखिर तक दौड़ में रह पाएंगे। कुछ वक्त पहले एक अन्य रिपब्लिकन उम्मीदवार रॉन डिसेंटिंस ने कहा था कि डेमोक्रेट्स किसी और को जगह देने के लिए बाइडेन को बाहर कर सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के लंबे समय से सलाहकार रहे रोजर जे स्टोन जूनियर ने आयोवा कॉकस से एक सप्ताह पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “मैं लगातार पिछले दो वर्षों से भविष्यवाणी कर रहा हूं कि मिशेल ओबामा 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेट पार्टी की उम्मीदवार होंगी।” हालांकि पोलिटिको में कहा गया है कि बाइडेन यदि न चाहें तो उन्हें रेस से बाहर करना डेमोक्रेट्स के लिए इतना आसान नहीं होगा। भले ही डेमोक्रेट यह तय कर लें कि बाइडेन अनुपयुक्त हैं, लेकिन मौजूदा राष्ट्रपति को पद से हटाने का कोई आसान तरीका नहीं है, खासकर दौड़ के इस चरण में। कहा जा रहा है कि जबतक खुद बाइडेन अपने आप को रेस से बाहर करने की न ठान लें कोई भी अब इस समय उन्हें हटा नहीं पाएगा। हालांकि दिक्कत ये है कि बाइडेन को खुद ऐसा नहीं लगता है कि वो अनफिट हैं। अब तक वे हमेशा यही दावा करते आए हैं कि वे अगला कार्यकाल पाने के लिए बिल्कुल तैयार हैं।
बाइडेन नहीं तो कौन?
यदि बाइडेन राष्ट्रपति दौड़ से बाहर हो जाते हैं तो उनकी जगह कौन लेगा? इस सवाल के जवाब में सबसे पहले ध्यान कमला हैरिस का आता है। लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि बीते चार सालों में कमला हैरिस की स्थिति बहुत कमजोर हो चली है। यहां तक कि उनकी रेटिंग भी बाइडेन से काफी कम है।
इसके अलावा एक अन्य विकल्प गेविन न्यूसोम हो सकते हैं। हालांकि इस विकल्प के साथ दिक्कत ये है कि वे कागजों और टीवी पर तो अच्छे दिखते हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर कमाल दिखा पाएंगे इसका दावा कोई भी नहीं कर सकता। इसके अलावा बर्नी सैंडर्स, एलिजाबेथ वॉरेन जैसे उम्मीदवार भी कोई खास असर नहीं छोड़ सकते।
लगभग विकल्पहीनता के दौर में डेमोक्रेट्स के पास सिर्फ मिशेल ओबामा ही बचती हैं जो ‘शार्क’ ट्रंप को टक्कर दे सकती हैं। मिशेल ओबामा के पक्ष में जो चीज जाती है कि वे डेमोक्रेट्स के बीच बेहद लोकप्रिय हैं, और चुनाव में खड़े होने पर एक बड़े अतिरिक्त वर्ग का समर्थन हासिल कर सकती हैं। हालांकि उनके साथ नकारात्मक पक्ष ये है कि वह कभी भी किसी ऐसी राजनीतिक रेस का हिस्सा नहीं रही हैं।