Paytm On ED Radar : फिनटेक कपंनी पेटीएम में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहां एक पैन खाते पर एक हजार से अधिक खातों को जोड़ा गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ओर लेखा परीक्षकों के अंकेक्षण में ऐसे और भी कई खाते सामने आए हैं। जिसके पद तत्काल प्रभाव से पेटीएम पर तमाम तरीके का प्रतिबंध भी लगा दिया गया है। भारतीय एजेंसियों को काले पैसे को सफेद किए जाने का भी शक है। ऐसे में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी भी अब अपना हाथ डाल सकता है। करोड़ों रुपए के संदिग्ध लेन देन के कारण भारतीय रिजर्व बैंक ने शिकंजा कस दिया है।
1 PAN पर 1,000 खाते दर्ज
जांच में पाया गया है कि एक पैन पर एक हजार से अधिक उपयोगकर्ताओं को जोड़ दिया गया। ऐसे खातों का प्रयोग धनशोधन में किया जा सकता है। आरबीआई ने इस बात की जानकारी अब प्रवर्तन निदेशालय, गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी है। इस संबंध में अब राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने बयान दिया है कि अगर कोई अवैध गतिविधि का साक्ष्य पाया जाता है तो मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय करेगा।
पेटीएम से ये काम बंद
भारतीय रिजर्व बैंक ने 29 फरवरी के बाद कोई भी धन स्वीकार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही अब कोई टॉपअप स्वीकार न करने का भी आदेश दिया है। वॉलेट और फॉस्टटैग में भी अब पैसा नहीं डाला जा सकता है। आरबीई ने बताया है कि पेटीएम नियमों का उल्लघंन हो रहा था। इसके कारण चिंताएं काफी बढ़ गई हैं। इससे पहले 11 मार्च 2022 को पीपीबीएल को नए ग्राहक जोड़ने से रोक दिया था।
पैसा निकालने पर नहीं है प्रतिबंध
भारतीय रिजर्व बैंक ने साफ कहा है कि पेटीएम के बचत बैंक खाते, चालू खाते, प्रीपेड माध्यम, फास्टैग, मोबिलिटी कार्ड सहित अपने खातों से शेष राशि निकालने पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के इस कदम से दो दिनों में ही पेटीएम का शेयर 40 फीसदी तक गिर गया है।
पेटीएम के पास 35 करोड़ ई-वॉलेट
पेटीएम के पास करीब 35 करोड़ ई वॉलेट हैं। इसमें से 31 करोड़ निष्क्रिय हैं। चार करोड़ बिना राशि या फिर बहुत कम राशि के साथ सक्रिय हैं। ऐसे में निष्क्रिय खातों का फर्जी खातों के लिए प्रयोग किए जाने की आशंका है। इन खातों में बड़ी अनियमितताएं पाई गई हैं। बैंक नियमों की अनुपालना में अधूरा और गलत पाया गया।