सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। मंगलवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI ने महुआ मोइत्रा में उन्हें पूछताछ के लिए समन भेजा है। CBI ने उन्हें सवाल जवाब के लिए गुरुवार को तलब किया है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस की नेता और पूर्व लोकसभा सासंद महुआ मोइत्रा की ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश होने के बाद सदस्यता रद्द कर दी गई थी।
इस मामले में गई थी सदस्यता
दरअसल, महुआ मोइत्रा पर भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद निशिकांत दूबे ने संसद में पीएम मोदी और दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी के खिलाफ सवाल पूछने के बदले रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया था कि टीएमसी सांसद व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये कैश और “लक्जरी गिफ्ट” सहित रिश्वत लेती हैं। उन्होंने ये आरोप वकील एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई की एक पत्र के आधार पर लगाए थे। बता दें कि वकील देहाद्राई ने बीते साल अक्टूबर महीने में लोकसभा एथिक्स कमेटी के सामने महुआ पर लगाए गए आरोपों के साक्ष भी पेश किए थे।
दुबई में लॉगइन की गई थी संसद की आईडी
मालूम हो कि व्यवसायी हीरानंदानी ने एक हलफनामें के जरिए कबूला था कि टीएमसी सांसद ने अपनी संसद की ईमेल आईडी उन्हें दी थी। इसके अलावा ईमेल आईडी को दो बार दुबई में लॉगइन किया गया था।