सिख धर्म की रक्षा के सर्वोच्च बलिदान देने वाले साहिबजादों की अदम्य साहस को याद कर दिसंबर महीने की 21 से 27 की तारीख तक पूरा सिख समुदाय और देश गर्व से भर जाता है। यह सप्ताह चार साहिबजादों और माता गुजरी जी को समर्पित किया गया है, जिन्होंने अपने धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी, लेकिन मुगल आक्रांताओं के सामने नहीं झुके। हर तरह के कष्ट सहे, प्रताड़ना झेली लेकिन न अपना धर्म बदला और न उनके सामने झुकने को तैयार हुए। अब इन्हीं साहिबजादों के अदम्य साहस की कहानी से देशवासियों को अवगत व शिक्षित करने के प्रयास में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे।
पूरे देश में कार्यक्रम आयोजित कर रही सरकार
प्रधानमंत्री मोदी 26 दिसंबर को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री दिल्ली में युवाओं के मार्च-पास्ट को भी झंडी दिखाएंगे। इस दिवस को मनाने के लिए सरकार नागरिकों, विशेषकर छोटे बच्चों को साहिबजादों के अदम्य साहस की कहानी से अवगत कराने और शिक्षित करने के लिए पूरे देश में सहभागी कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चीफ हरमीत सिंह कालका और महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने बताया कि इस मौके पर नरेंद्र मोदी गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल के 100 छात्र एक साथ शबद कीर्तन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक साहिबजादों के जीवन की कहानी और बलिदान के बारे में बताने वाली एक डिजिटल प्रदर्शनी देश भर के स्कूलों और बाल देखभाल संस्थानों में लगाई जाएगी।
‘वीर बाल दिवस’ पर एक फिल्म भी देशभर में प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही, माईभारत और माईगॉव पोर्टल के माध्यम से इंटरैक्टिव क्विज़ जैसी विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। 9 जनवरी 2022 को श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दिन, प्रधानमंत्री ने घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को श्री गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों साहिबजादों बाबा जोरावर सिंह जी और बाबा फतेह सिंह जी की शहादत की स्मृति में ‘वीर बाल दिवस’ मनाया जाएगा।