ऊर्जा संरक्षण दुनिया की सबसे बड़ी जरूरत है। जिस तरह से पिछले कुछ दशकों में आबादी तेजी से बढ़ी है उसे देखते हुए ऊर्जा की खपत भी काफी तेजी से बढ़ी है। ऊर्जा की मांग में लगातार इजाफा हो रहा है। भविष्य में ऊर्जा संसाधनों को सुरक्षित करने के लिए हर वर्ष ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी ऊर्जा संरक्षण पर जोर दिया है। उन्होंने ऊर्जा के सीमित और उचित उपयोग पर जोर देते हुए कहा कि पंजाब सरकार ऊर्जा कुशल पंजाब बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। गौर करने वाली बात है कि हर वर्ष ऊर्जा संरक्षण के महत्व के बारे में जन जागरूकता को बढ़ाने के लिए 14 दिसंबर को राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।
आज के दिन लोगों को ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूक किया जाता है। साथ ही लोगों को ऊर्जा संसाधनों को बचाने के लिए प्रेरित किया जाता है। पंजाब सरकार का ऊर्जा मंत्रालय लगातार इस दिशा में काम कर रहा है और लोगों में जागरुकता फैलाने का काम कर रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दिल्ली भी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2023 के कार्यक्रम में राष्ट्रपति हिस्सा लेंगी। इस मौके पर मौजूद लोगों को वह संबोधित भी करेंगी। साथ ही ऊर्जा संरक्षण पर राष्ट्रीय चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित करेंगी।
ऊर्जा संरक्षण की बात करें तो इसक अर्थ होता है कि बिना वजह ऊर्जा का क्षय ना किया जाए। कम से कम ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाए और जरूरत ना हो तो बिजली उपकरणों को बंद रखा जाए। घर में बल्ब, पंखा, लाइट, एसी सहित अन्य उपकरणों को जरूरी ना होने पर बंद रखा जाए। अधिक से अधिक पैदल चला जाए, साइकिल का इस्तेमाल किया जाए, सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल किया जाए। इन तरीकों से ऊर्जा का संरक्षण करके ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करने में आप भी अपना योगदान दे सकते हैं।