प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत और दक्षिण कोरिया के संबंधों की रविवार को सराहना करते हुए इसे आपसी सम्मान, साझा मूल्यों और बढ़ती साझेदारी की यात्रा बताया है। दोनों देशों के बीच इसी वर्ष राजनयिक संबंधों के 50 साल पूरे हो गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “हम आज भारत और कोरिया गणराज्य के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। यह आपसी सम्मान, साझा मूल्यों और बढ़ती साझेदारी की यात्रा रही है। मैं राष्ट्रपति यूं सुक येओल को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। और हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी को गहरा और विस्तारित करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं।”
आपको बता दें कि भारत और दक्षिण कोरिया दोनों ही देश 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं। भारत को 1947 में अंग्रेजों से आजादी मिली और कोरिया 1945 में जापानी शासन से आजाद हुआ। हालांकि, भारत और कोरिया आजादी के लगभग 25 साल बाद 1973 में ही पूर्ण राजनयिक संबंध (राजदूत स्तर) स्थापित कर सके। शुरुआती दौर में यह रिश्ता अच्छा नहीं चल सका था क्योंकि उनके संबंध वैचारिक और संरचनात्मक बाधाओं में फंसे हुए थे।
प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राष्ट्रपति सिंग्मैन री के विपरीत विश्वदृष्टिकोण ने शुरू में भारत और दक्षिण कोरिया के बीच सार्थक संबंधों के विकास में बाधा उत्पन्न की। बहरहाल, अप्रैल 1960 में री शासन को उखाड़ फेंकने के बाद, भारत ने 1962 में दक्षिण कोरिया के साथ कांसुलर स्तर के राजनयिक संबंध स्थापित किए, जिसके बाद 1973 में राजदूत स्तर के संबंध स्थापित किए गए।