राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ में आए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बीजेपी ने बड़ा एक्शन लिया है। विधानसभा चुनाव में जो सांसद जीतकर आए हैं, उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। आज 12 सांसदों ने इस्तीफा सौंप दिया है। बता दें कि पांच राज्यों में आए नतीजों में से तीन में बीजेपी ने सरकार बनाई है। जबकि दक्षिणी राज्य तेलंगाना में पार्टी को आठ सीटें जीती हैं और उनके वोट प्रतिशत में भी बढ़ोतरी हुई। बीजेपी ने चार राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए 21 सांसदों को टिकट दिया था। सबसे ज्यादा राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात, छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा में टिकट दिया था। अब भारतीय जनता पार्टी आलाकमान ने विधानसभा चुनाव जीते हुए सांसदों से मुलाकात की और संसद सदस्यता छोड़ने का फैसला लिया। इसके बाद बीजेपी चीफ जेपी नड्डा के साथ सभी 12 सदस्य इस्तीफा देने के लिए लोकसभा स्पीकर से मिलने पहुंचे।
एमपी के इन नेताओं ने दिया सांसदी से इस्तीफा
प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मुलाकात में यह फैसला लिया गया कि विधान सभा का चुनाव जीतने वाले सभी सांसद अपनी संसद सदस्यता छोड़ कर राज्य विधान सभा में जाकर काम करें। शीर्ष नेतृत्व के फैसले के बाद, मध्य प्रदेश में विधान सभा का चुनाव जीतने वाले केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, राव उदय प्रताप, राकेश सिंह और रीति पाठक ने लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अब ये पांचों नेता मध्य प्रदेश में विधान सभा सदस्य के तौर पर शपथ लेंगे। इनमें से तोमर और पटेल को मुख्यमंत्री पद का भी दावेदार माना जा रहा है।
राजस्थान के इन नेताओं ने दिया इस्तीफा
मध्य प्रदेश के बाद पार्टी आलाकमान के निर्देश पर राजस्थान में विधायक का चुनाव जीतने वाले राज्यवर्धन सिंह राठौड़, दीया कुमारी ने लोकसभा और किरोड़ी लाल मीणा ने राज्य सभा से इस्तीफा दे दिया है।
वहीं बात छत्तीसगढ़ की करें तो विधायक का चुनाव जीतने वाले प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और गोमती साय ने भी संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी सांसदों ने इस्तीफा देने से पहले पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।
शनिवार और रविवार को विधायक दल की बैठक होगी- सूत्र
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए चेहरों को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देगी। बुधवार शाम या गुरुवार सुबह तक पार्टी तीनों राज्यों में पर्यवेक्षकों को भेजेगी और शनिवार या रविवार को सीएम कौन बनेगा इसका ऐलान हो सकता है।