उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मौत की महाभारत को अपने जज्बे से जीतने वाले श्रमवीरों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैल्यूट किया है। उन्होंने कहा ये बेहद भावुक पल है। साहस, धैर्य की पराकाष्ठा हमे प्रेरणा देगी। इस मौेके पर प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री CM पुष्कर सिंह धामी से बातचीत भी की है। आपको बता दें कि टनल में फंसे सभी श्रमवीरों को बचाव दल ने पूरी तरह से सुरक्षित निकाल लिया है और उन्हें ऋषिकेश में स्थित एम्स में पहुंचा दिया गया है।
“उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है। मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।” – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
16 दिनों से सुरंग में फंसे थे मजदूर
उत्तराखंड के सिलक्यारा में 12 नवंबर कीटनल के अंदर बनाया इमरजेंसी अस्पताल, एयर एंबुलेंस भी तैनात
बताया जा रहा है कि टनल के अंदर इमरजेंसी अस्पताल तैयार किया गया है। मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने के बाद सीधा अस्पताल ले जाया जाएगा। टनल के अंदर ऑक्सीजन सिलेंडर भी भेजे गए हैं।
टनल के बाहर मजदूरों के लिए एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। रस्सी और सीढ़ी सुरंग में ले जाई जा रही है। सुबह लगभग 5:00 बजे भूस्खलन के चलते यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित निर्माणाधीन सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया था, जिसके कारण 8 राज्यों के 41 मजदूर सुरंग में अंदर फंस गए। इन सभी मजदूरों को बचाने के लिए के लिए अलग-अलग टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई थी।