चंडीगढ़।
हरियाणा पंचायत विभाग की बैठक आयोजित।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की अध्यक्षता पंचायत मंत्री ने भी लिया हिस्सा।
बैठक में सभी जिला परिषदों के अध्यक्षों और अधिकारियों में भी लिया हिस्सा।
बैठक के बाद पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने दी जानकारी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने पंचायत को 1800 करोड रुपए देने की घोषणा।
यह धनराशि पंचायत को पहले मिली राशि से अलग होगी।
500 करोड रुपए की राशि से गांव में सामुदायिक केन्द्र बनाए जाएंगे।
बाकी राशि का उपयोग व्यायामशाला, पार्क, फिरनियों को पक्का करने और उन पर लाइट लगाने आदि पर खर्च होगा।
बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों को विकास कार्य में तेजी लाने पर चर्चा हुई है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी जनकल्याण की योजनाओं का फीडबैक लिया, जो काफी अच्छा रहा।
E टेंडरिंग के जरिए प्रदेश में अच्छे काम हो रहे हैं।
जिला परिषदों के अध्यक्षों की तरफ से कुछ मुद्दे सामने रखे गए हैं जिनका समाधान किया जाएगा।
पहले हरियाणा में गली नाली के विकास को ही ग्रमीण विकास कहा जाता था।
लेकिन अब यह अवधारणा तेजी से बदल रही है।
सरकार ने अब तक प्रदेश में 2000 तालाबों का विकास किया है। बाकी तालाबों को जल्द ही ठीक कर दिया जाएगा।
जिन गांव की आबादी 5000 के करीब है, उनकी फिरनियों को पक्का किया जाएगा और उनके ऊपर लाइट लगाई जाएगी।
साथ गांव में पीने का पानी, गांव को जोड़ने वाली सड़क निर्माण और हरियाली बढ़ाने के लिए पौधारोपण भी किया जाएगा।
फिरनी को पक्का करने के लिए एचआरडीएफसी से ग्रांट दी जाएगी।
गांव में शहरीकरण के लिए सफाई अभियान चलने को लेकर भी सुझाव आए हैं। इन्हें जल्द ही लागू किया जाएगा।
हर गांव में नल से जल, सफाई व्यवस्था, इंडोर जिम, लाइब्रेरी और बड़े गांव में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री ने फैसला किया है कि हर 2 महीने बाद पंचायत विभाग की समीक्षा बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें कर्मियों को दूर कर गांव के विकास को तेजी लाई जाएगी।
बैठक के दौरान खुद जिलों में समन्वय की भी समस्या सामने आई है। इन सब को दूर करने का काम शुरू किया जाएगा।
जहां पर समन्वय नहीं है, वहां पर समन्वय बनाना बनाया जाएगा।