Rajasthan Elections 2023 : साध्वी अनादि सरस्वती भाजपा से बागी हो गईं। भाजपा से इस्तीफा देकर आज कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर लिया। इसके बाद तो साध्वी अनादि सरस्वती हर जुबां पर चर्चा का विषय बन गईं। हर कोई जानना चाहता है कि साध्वी अनादि सरस्वती कौन हैं? तो हम साध्वी अनादि सरस्वती के बारे में बता रहे हैं। साध्वी अनादि सरस्वती (44 वर्ष) राजस्थान के अजमेर की रहने वाली हैं।
साध्वी ने समाजशास्त्र विषय से परास्नातक यानि की एमए की पढ़ाई पूरी की है। पढ़ाई पूरी करने के बाद अनादि सरस्वती का अचानक रास्ता बदल गया। उन्होंने अध्यात्म में मन रमा लिया। पतंजलि योगदर्शन, भगवद्गीता और वेदांत का ज्ञान अर्जित कर अपने को पूरी तरह से बदल दिया। वर्ष 1995 में अनादि सरस्वती साधना से जुड़ गई। इसके बाद अनादि सरस्वती ने वर्ष 2008 में प्रेमानंद सरस्वती से महानिर्वाण अखाड़े की परंपरा के अनुसार दीक्षा ली।
धर्म प्रचारक के साथ मोटिवेशनल स्पीकर भी
आनादि साध्वी को राजस्थान की लेडी योगी कहा जाता है। आनादि साध्वी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को फॉलो करती हैं। वह सोशल मीडिया के माध्यम से सनानत धर्म का प्रचार-प्रसार भी करती हैं। इस वजह से उनकी बड़ी फैन फॉलोइंग है। एक तरफ वह धर्म प्रचारक हैं तो दूसरी तरफ मोटिवेशनल स्पीकर भी हैं।
सम्मान भी मिला
अनादि सरस्वती चिति संधान योग नाम की संस्था की मुखिया हैं। उन्हें बेस्ट फीमेल संत ऑफ़ इंडिया के सम्मान से भी सम्मानित किया गया है।
इसलिए हैं भाजपा से नाराज
वजह है कि पहले साध्वी अनादि सरस्वती अजमेर उत्तर से भाजपा की दावेदार मानी जा रहीं थी। पर बाद में भाजपा ने उनका पत्ता काट कर उनकी जगह वासुदेव देवनानी को अजमेर उत्तर से अपना उम्मीदवार घोषित किया। अभी तक कांग्रेस ने अजमेर उत्तर से किसी भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।