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चंडीगढ़।
हरियाणा में आशा वर्कर्स का 73 दिन से जारी आंदोलन।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ आशा वर्कर सिस्टमंडल की मुलाकात।
मुलाकात के बाद शिष्टमंडल ने दी जानकारी।
आशा यूनियन की महासचिव सुनीता का बयान।
मुख्यमंत्री के साथ बातचीत हुई है कुछ मुद्दों पर सहमति बनी है।
राज्य प्रधान सुरेखा का बयान।
आज 73 में दिन हड़ताल की मुलाकात हुई है।
अभी तक सभी मसलों पर बात नहीं बनी है। 4000 का इंसेंटिव देने के मामले पर कुछ प्रगति हुई है। इसको बढ़ाने पर बात हुई।
आशा वर्कर्स को रिटायरमेंट बेनिफिट ₹2,00,000 दिया जाएगा। इस पर सहमति बनी है।
केंद्र सरकार से इंसेंटिव में बढ़ोतरी को लेकर मुख्यमंत्री बात करेंगे। इसका एक प्रस्ताव बनाया गया है।
वर्ती भत्ता बढ़ोतरी, रूटिंग एक्टिविटी आदि में बढ़ोतरी लिए आश्वासन दिया गया है।
आंदोलन खत्म करने को लेकर राज्य कमेटी से बात करेंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी आंदोलन खत्म करने की मांग की है।
पुलिस के साथ मुड़भेड़ में आशा वर्कर पारुल की मौत के मामले में राहत देने पर भी बात हुई है। उसके लिए परिवार सरकार से मांग पत्र देगा।
2018 की बकाया देने को लेकर भी बातचीत हुई है।
बैठक में हमने ESI और पीएफ की भी मांग रखी थी। ESI और पीएफ का वैकल्पिक विकल्प तैयार करने पर सरकार विचार कर रही है।
चिरायु योजना के तहत आशा वर्कर्स को लाभ लेने के लिए कोई सालाना आय सीमा नहीं होगी।
कुछ हमारी बातें सुनी है। आशा वर्कर केंद्र सरकार की स्कीम है और केंद्र सरकार की कर्मचारी का दर्जा देने के लिए बना सकती है।
आशा वर्कर्स की हड़ताल के चलते बहुत कम रुके पड़े हैं।