https://youtu.be/Z5_qe1MonY8
चंडीगढ़।
आशा वर्कर के साथ हुई मीटिंग का मामला।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के OSD जवाहर यादव का बयान।
आशा वर्कर केंद्र की योजनाओं के तहत काम करती हैं।
2014 में आशा वर्कर को 1000 मानदेय मिलता था। वही मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसे बढ़ाकर 4000 किया, जो आज बढ़कर 11,800 हो गया है।
हरियाणा में आज आशा वर्कर को देश में सबसे ज्यादा मानदेय मिलेगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद, उन्होंने आशा वर्कर की मांगों को माना।
अब तक हरियाणा में रिटायरमेंट पर आशा वर्कर्स को कुछ नहीं मिलता।
आशा वर्कर्स को रिटायरमेंट बेनिफिट के तौर पर 2 लाख रुपए की मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जो घोषणा वह आशा वर्कर्स ने नहीं की थी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गरीबों का ध्यान रखते हुए अंत्योदय की भावना से काम कर रहे है। इसके लिए नई नई योजनाएं चलाई जा रही है।
प्रदेश में 1,80,000 सालाना आने वाले को शिक्षा, राशन, स्वाथ्य आदि निशुल्क दिए जा रहे हैं।
आशा वर्कर का मानदेय हर देश में सबसे ज्यादा हो गया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आशा वर्कर्स के पक्ष में एक बड़ा कदम उठाया है।
बैठक में आशा वर्कर्स ने आंदोलन खत्म करने पर सहमति होती है बाकी फैसला उनकी कमेटी करेगी।
आशा वर्कर केंद्र सरकार की योजना है। जिसमें राज्य और केंद्र अपना अपना हिस्सा देते हैं।
दिल्ली में प्रदर्शन करने से पहले आशा वर्कर्स को पंजा, हिमाचल, राजस्थान, दिल्ली में भी अपनी मांगे मनवाकर भी दिखानी चाहिये। यह उनके लिए परीक्षा की घड़ी होगी।
आंदोलन के दौरान मारी गई आशा वर्कर पारुल के परिजनों को भी सरकारी योजनाओं के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। दयालु योजना के तहत कम से कम 2 लाख दयालु योजना के तहत मिलेगे। बाकी पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल और भी कुछ करेगे।