राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका है। मिजोरम और तेलंगाना को छोड़ दे तो बाकी तीनों राज्यों में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी लड़ाई है। मध्य प्रदेश को छोड़ दे तो छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है। वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार है। बता दें अब तक चुनाव को लेकर जितने भी ओपिनियन पोल सामने आए है। उनमें छत्तीसगढ़ में जहां कांग्रेस की वापसी तय मानी जा रही है। राजस्थान में पार्टी के हाथ से सत्ता छूटती दिखाई दे रही है। वहीं, मध्य प्रदेश में दोनों दलों के बीच कांटे की लड़ाई में है।
ऐसे में कांग्रेस किसी भी तरह से भाजपा को इन चुनावों में किसी भी तरह की बढ़त नहीं देना चाहती है। इसके लिए उसने भाजपा के रास्ते पर चलते हुए अपने इन राज्यों के एक चौथाई विधायकों को काटने की योजना बनाई है।
मध्य प्रदेश में नवरात्रि के पहले हफ्ते में जारी करेगी लिस्ट
पार्टी को इस चुनाव में सबसे ज्यादा उम्मीद मध्य प्रदेश से है। ऐसे में पार्टी संगठन से लेकर कार्यकर्ता तक सभी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। MP में तो कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार कर ली है। इस बात की जानकारी देते हुए कांग्रेस के प्रभारी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “कांग्रेस हाईकमान की तैयारी नवरात्र प्रारंभ होने के तीन-चार दिन के भीतर प्रदेश की सभी सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम घोषित करने की है। इसी लिहाज से मंथन चल रहा है। 60 सीटों के प्रत्याशियों के नाम फाइनल कर दिए गए वहीं, 140 सीटों के प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा हो चुकी है। इसमें कई विधायकों के जगहों पर नए नामों पर विचार किया गया है।
#WATCH दिल्ली: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया, "बहुत लंबे समय के बाद RPCC स्क्रीनिंग कमेटी को ज़िलों में जाकर फीडबैक लेने को कहा गया… टिकट सर्वे और फीडबैक के आधार पर दी जाएंगी…सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं है, लोगों को हमसे कोई शिकायत नहीं है। अगर किसी विधायक के… pic.twitter.com/guGOj6UGiz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 14, 2023
सर्वे के आधार पर राजस्थान में टिकट देगी कांग्रेस
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया आज मीडिया से बात करते हुए कहा , “बहुत लंबे समय के बाद RPCC स्क्रीनिंग कमेटी को जिलों में जाकर फीडबैक लेने को कहा गया। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस की इलेक्शन कमेटी ने हर जिला जा कर अपना सर्वे किया है और बाद उस सर्वे को दिल्ली भेजी गई। टिकट सर्वे और फीडबैक के आधार पर दी जाएंगी। प्रदेश में सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं है, लोगों को हमसे कोई शिकायत नहीं है। अगर किसी विधायक के खिलाफ कोई शिकायत आती है तो फीडबैक और सर्वे के आधार पर ही टिकट दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ में काटा जाएगा टिकट
सूत्रों के हवाले से बताया कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में अपने मौजूदा विधायकों में से 20-25 विधायकों का टिकट काट सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी ने चुनाव संबधी सर्वे किया था जिसमें इन विधायकों की रिपोर्ट अच्छी नहीं आई है। हालांकि राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इतने विधायकों का टिकट काटना पार्टी के लिए आसान नहीं होगा। इससे पार्टी पर बुरा असर भी पड़ सकता है।
तेलंगाना में सरकार बना सकती है कांग्रेस-सर्वे
वहीं, कांग्रेस को तेलंगाना में सरकार बनाने का मौका मिल सकता है। पार्टी के कराए सर्वो और एजेंसियों ने भी ऐसा संभावना जताई है कि कांग्रेस तेलंगाना विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सरकार बना सकती है। लेकिन KCR की बीआरएस उनसे ज्यादा पीछे नहीं है। वहीं, भाजपा इस राज्य में तीसरे नंबर पर है। वहीं, मणिपुर से कांग्रेस को ज्यादा फायदा होता नहीं दिख रहा इसलिए वह इस राज्य में ज्यादा मेहनत करती हुई नहीं दिख रही है।