इजराइल और हमास के बीच युद्ध छठे दिन भी जारी है। इजराइल ने भोजन और पानी पर प्रतिबंध सहित पहले से ही घिरी गाजा पट्टी की संपूर्ण नाकाबंदी कर दी है। वहीं, इजराइली सेना ने दावा किया है कि उसने हमास के 1500 आतंकियो को गाजा पट्टी पर मार गिराया है।
इस बीच ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच पहली बार फोन पर बात हुई है। दोनों ने फलस्तीन के मुद्दे पर 45 मिनट तक बातचीत की। उन्होंने फलस्तीन में हुए घटनाक्रम पर मुस्लिम मुल्कों की एकता की बात की।
ईरान और सऊदी अरब के बीच ये बातचीत इसलिए अहम है क्योंकि इस साल की शुरुआत तक मध्य पूर्व के ये दो देश कड़े प्रतिद्वंद्वी थे, दोनों के बीच राजनयिक रिश्ते तक नहीं थे लेकिन मार्च में चीन के प्रयास से दोनों देशों ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया।
रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के पास लगभग 300,000 इजराइली सैनिक जमा हैं और हमास के साथ युद्ध के लिए तैयार हो रहे हैं। इस जंग में अब तक करीब 1,200 इजराइली नागरिकों की जान गई है। वहीं फिलिस्तीन के 1,128 लोग मारे गए हैं।
बुधवार को इजराइल सरकार ने जंग पर नजर रखने के लिए इमरजेंसी यूनिटी गवर्नमेंट और वॉर कैबिनेट बनाई है। नई आपातकालीन सरकार में विपक्षी पार्टी को भी शामिल किया गया है। इसमें प्रधानमंत्री नेतन्याहू, विपक्षी नेता बेनी गैंट्ज और मौजूदा डिफेंस मिनिस्टर योएव गैलेंट रहेंगे। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन गुरुवार (12 अक्टूबर) को इजराइल पहुंचे हैं। वह यहां पर वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इजराइल को हमास के साथ युद्ध में अमेरिका का साथ मिला है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद ने बुधवार को इजरायल पर हमास के हमलों पर चर्चा की। अमेरिका ने पहले बुधवार को कहा था कि वह गाजा में लड़ाई से दूर निकलने के इच्छुक फिलिस्तीनी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाने के बारे में इजरायल और मिस्र के साथ चर्चा कर रहा है। जो बाइडेन ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह इजराइल के संघर्ष में शामिल नहीं हो। बाइडेन ने कहा कि हमने ईरान को साफ कर दिया है कि वह सावधान रहे। अमेरिकी यहूदी समुदाय के नेताओं से बाइडेन ने कहा कि इजराइल पर हमास का हमला हॉलोकास्ट के बाद यहूदियों के लिए सबसे खतरनाक दिन रहा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इजराइल पर आतंकी हमले ने लंबे समय से चली आ रही यहूदी विरोधी भावना और यहूदी लोगों के नरसंहार की यादों की दर्दनाक यादों और घाव को ताजा कर दिया है। बुधवार को अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने बताया था कि हमास के हमले में कम से कम 22 अमेरिकी नागरिकों की मौत हुई है। नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि अमेरिकी नागरिक किस तरह मारे गए हैं।