Rajasthan Election 2023 : चुनाव आयोग ने अधिकारियों की चुनाव कार्य में सुस्ती पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत पंजाब व हरियाणा सीमा से सटे जिलों से हुई है।
जयपुर। Rajasthan Election 2023 : चुनाव आयोग ने अधिकारियों की चुनाव कार्य में सुस्ती पर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत पंजाब व हरियाणा सीमा से सटे जिलों से हुई है। इसी कड़ी में अलवर कलक्टर पुखराज सेन, भिवाड़ी एसपी करण शर्मा, चूरू पुलिस अधीक्षक राजेश मीणा व हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी को हटा दिया है। आयोग ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक में ही चेता दिया था कि कुछ जिलों पर आयोग की नजर है।
विभाग ने इन अधिकारियों को तत्काल कार्यमुक्त कर पदस्थापन की प्रतीक्षा में रखा है। कलक्टर का कार्यभार उप जिला निर्वाचन अधिकारी व एसपी का कार्यभार स्थानीय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों को सौंपा गया है। आयोग ने निष्पक्ष व प्रलोभन मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने का हवाला देकर यह कार्रवाई की है। आयोग के पास हरियाणा व पंजाब से राजस्थान में अवैध शराब आने और उसके डूंगरपुर, सिरोही व अन्य जिलों से होते हुए गुजरात पहुंचने की जानकारी आई थी। पिछले दिनों जयपुर दौरे के समय समीक्षा बैठक में आयोग की टीम ने अधिकारियों से कार्रवाई के बारे में जानकारी मांगी थी, जिस पर ये अधिकारी संतोषजनक जानकारी नहीं दे पाए।
बताया जाता है कि अलवर से मतदाता सूची के बारे में संतोषजनक जानकारी नहीं मिल पाई थी, इस कारण यहां के कलक्टर पर गाज गिरी है। इसी तरह बताया जा रहा है कि पंजाब-हरियाणा से आने वाली शराब की धरपकड़ व प्रलोभन देने वालों को पकड़ने के मामले में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर तीनों पुलिस अधीक्षकों पर कार्रवाई की गई है।
इसी साल लगे थे
करण शर्मा दो माह पहले ही भिवाड़ी एसपी बनाए गए थे, जबकि राजेश मीणा को चूरू और सुधीर चौधरी को हनुमानगढ़ फरवरी 2023 में ही लगाया गया था। इनमें से चौधरी कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के दामाद हैं। उधर, पुखराज सेन को भी इसी साल अलवर कलक्टर की जिम्मेदारी दी गई थी ।