Punjab News: पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ (Chandigarh) में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के कार्यकर्ताओं ने सतलुज-यमुना लिंक (SYL) मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं. इससे पहले अकाली दल ने बीते शुक्रवार को राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) से सुप्रीम कोर्ट में एसवाईएल नहर मामले का बचाव करते समय राज्य के हितों से समझौता करने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने का आग्रह किया था.
पार्टी अध्यक्ष सुखबीर बादल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. इसमें बताया गया कि सीएम ने किस तरह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कहने पर सुप्रीम कोर्ट में पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा है, जो राइपेरियन सिद्धांत का सीधा उल्लंघन करते हुए पंजाब का पानी हरियाणा और राजस्थान को देने पर अड़े हैं.. बादल ने यह भी कहा कि पार्टी पानी की एक बूंद भी पंजाब से बाहर नहीं जाने देगी. राज्य में कोई एसवाईएल नहर नहीं है, जिस जमीन पर नहर खड़ी थी उसे 2016 में पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने किसानों को वापस हस्तांतरित कर दिया था. न नहर बनेगी, न ही हमारे पास देने को पानी है.
#WATCH | Shiromani Akali Dal (SAD) workers and leaders protest in Chandigarh over the issue of Sutlej Yamuna Link (SYL). Police use water cannons to disperse them. pic.twitter.com/uSHmtvMp3F
— ANI (@ANI) October 10, 2023
सोमवार को कांग्रेस ने किया था प्रदर्शन
दूसरी तरफ एसवाईएल नहर मुद्दे पर चंडीगढ़ में पंजाब राजभवन की ओर मार्च कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने सोमवार को पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया था. कांग्रेस की पंजाब इकाई ने कहा कि वह राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मिलना चाहती है और एसवाईएल मुद्दे पर उन्हें ज्ञापन देना चाहती है. इस प्रदर्शन में कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग, पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, विधायक राणा गुरजीत सिंह, पूर्व मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष राणा के पी सिंह और अन्य नेताओं सहित कई पार्टी नेता उपस्थित थे.