इसके साथ ही फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, रामास्वामी ने अपने उस बयान का बचाव किया जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर वह अमेरिकी राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता में कटौती कर देंगे।
रामास्वामी ने कहा, “तुष्टीकरण से मुझे भी दिक्कत है, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट होना चाहता हूं। हमें यहां अमेरिकी लोगों के साथ बराबरी करनी होगी। सिर्फ इसलिए कि पुतिन एक दुष्ट तानाशाह हैं और वह हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि यूक्रेन अच्छा है।” रामास्वामी ने कहा यूक्रेन में 11 विपक्ष की पार्टियों पर बैन लगा है, जिसका राष्ट्रपति पिछले हफ्ते ही अपने ही देश में एक नाजी की तारीफ कर रहा था। रामास्वामी ने दावा करते हुए कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका को धमकी दी है कि, जब तक उसे फंड नहीं मिलेगा, तब तक वह यूक्रेन में चुनाव नहीं होने देंगे। रामास्वामी ने इसके साथ ही अमेरिकी चुनाव के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा- मैं रिपब्लिकन पार्टी का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने की राह पर हूं। उन्होंने कहा, “छह महीने पहले, यहां तक कि पांच महीने पहले भी, इस देश में ज्यादातर लोग नहीं जानते थे कि मैं कौन हूं। वहीं, अब मैं नेशनल एवरेज पोलिंग में तीसरे नंबर पर हूं।”
रामास्वामी ने आगे कहा कि हमें इस देश में बदलाव लाने के लिए चुनाव जीतना होगा। मैं भारी जीत हासिल कर देश के युवाओं तक पहुंचना चाहता हूं ताकि, हम 16 साल से कम उम्र के बच्चों के सोशल मीडिया यूज पर बैन लगाने जैसी पॉलिसी ला सकें। रामास्वामी ने कहा, मेरा नॉमिनेशन मेरे या ट्रम्प के बारे में नहीं है। यह नॉमिनेशन अमेरिका के लिए है। चीनी स्वामित्व वाले ऐप टिकटॉक में शामिल होने के अपने फैसले का बचाव करते हुए रामास्वामी ने कहा, निक्की हेली टिकटॉक बैन करने की मांग करती हैं पर वो अपने प्रचार में इस मंच का इस्तेमाल करती हैं। निक्की हेली की तो खुद की बेटी भी टिकटॉक का इस्तेमाल करती हैं।