CBI CBFC Bribery Case : फिल्में भले ही आपका बेहतरीन मनोरंजन करती हों लेकिन इसे बनाना और फिर उचित श्रेणी में पास कराना आसान नहीं है। सीबीआई ने एक फिल्म को पास कराने के इल्जाम में घूस लेते हुए कुल छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। इसमें से तीन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के ही कर्मचारी है। इन छह लोगों ने सात लाख रुपए की रिश्वत ली है। सीबीआई ने इनकी पहचान मर्लिन मेनागा, जीजा रामदास, राजन एम के रूप में की गई है और अन्य के नाम का खुलासा अभी नहीं हो पाया है। सीबीआई ने मुंबई सहित चार अलग-अलग स्थानों पर आरोपियों और अन्य लोगों के परिसरों की तलाशी ले रही है। इनके पास आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं। अभी जांच जारी है।
ये थी शिकायत
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने एक आरोपी ने हिंदी में डब की गई तमिल फिल्म के लिए आवश्यक सेंसर प्रमाणपत्र जारी करनके के लिए सात लाख रुपए की रिश्वत लेने की साजिश रची। इस व्यक्ति ने शिकायतकर्ता से सीबीएफसी अधिकारियों की ओर से रिश्वत की मांग की और बातचीत के बाददो अन्य आरोपियों के दो बैंक खातों में 6,54,000 रुपए डलवा लिया। सबसे बड़ी बात यह है कि यह पैसे तुरंत ही निकाल भी लिए गए। इसके बाद 26 सितंबर को प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया। इसके बाद समन्वय शुल्क के रूप में 20 हजार रुपए एक निजी कंपनी में डलवाया।
प्रधानमंत्री मोदी तक शिकायत
इस मामले को लेकर तमिल अभिनेता विजय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री एकनाथ शिंदे को शिकायत भेजी थी। अभिनेता विजय ने सोशल मीडिया पर माध्यम से उन्होंने पैसे के लेनदेन का पूरा ब्यौरा भी डाल दिया। इसके बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने तहकीकात शुरू की। अतिरिक्त सचिव नीरजा शेखर ने मुंबई पहुंच मामले की जांच की। इसके बाद ही यह कार्रवाई हुई है।