manipur violence राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा किया है। NIA की जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि म्यांमार और बांग्लादेश के उग्रवादी मणिपुर में हथियारों और गोला बारूदों की सप्लाई कर रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, म्यांमार और बांग्लादेश के कुछ उग्रवादी समूहों ने मणिपुर के उग्रवादी नेताओं के साथ मिलकर हिंसक घटनाओं को अंजाम देने की साजिश रची थी।
विदेशों से आ रहा असलहा और गोला बारूद
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों देशों के कुछ उग्रवादी समूह लगातार मणिपुर में असलहे और गोला बारूद की सप्लाई कर रहे थे। साथ युद्धक सामग्री के लिए फंडिंग भी कर रहे हैं। इस मामले NIA में शनिवार को एक व्यक्ति को अरेस्ट भी किया है। इस व्यक्ति पर मणिपुर में जातीय हिंसा और प्रदेश में अशांति फैलाने की साजिश रचने का आरोप है।
CM के आवास पर भी हुआ हमला
गौरतलब है कि कुछ उग्रवादी समूहों ने शुक्रवार को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह के पैतृक आवास पर हमला कर दिया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच जमकर गोलीबारी हुई, जिसके बाद सुरक्षाबल के जवानों ने उपद्रवियों पर काबू पा लिया गया। एक सुरक्षा अधिकारी मुताबिक प्रदर्शनकारियों की संख्या करीब 500-600 थी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बल के जवानों ने बड़ी मशक्कत के बाद उग्र भीड़ को खदेड़ा और आवास से 100 मीटर पहले ही प्रदर्शनकारियों को रोक लिया।
1 अक्टूबर तक घाटी में इंटरनेट बंद
बता दें कि मणिपुर में बीते 3 मई से जातीय हिंसा और अशांति व्याप्त है। इस हिंसा में अब तक 180 लोगों की जानें जा चुकी हैं। वहीं कई हजार घरों ने घाटी से पलाया कर लिया है। राज्य शांति व्यवस्था को कायम करने और गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए (26 सितंबर) से पांच दिनों के लिए एक दूसरी बार इंटरनेट सर्विस सस्पेंड की दी गई है। रविवार 1 अक्टूबर की शाम 7 बजकर 45 मिनट तक राज्य में इंटरनेट बैन रहेगा।