सिख नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता के कनाडा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर यूके के पीएम ऋषि सुनक के प्रवक्ता ने कहा कि भारत के साथ व्यापार समझौते पर काम जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा कि ओटावा के इन आरोपों के बावजूद कि भारत सरकार कनाडा में एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या में शामिल थी, ब्रिटेन भारत के साथ व्यापार वार्ता जारी रखेगा।
सरकारी प्रवक्ता ने कहा, “हम इन गंभीर आरोपों के बारे में अपने कनाडाई सहयोगियों के साथ निकट संपर्क में हैं। कनाडाई अधिकारियों द्वारा चल रही जांच के दौरान आगे टिप्पणी करना अनुचित होगा।”
सुनक के प्रवक्ता ने दोहराया कि ब्रिटेन ‘गंभीर आरोपों’ को लेकर कनाडा के संपर्क में है लेकिन इसका भारत के साथ व्यापार वार्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा। प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा, “व्यापार वार्ता पर काम पहले की तरह जारी रहेगा। कनाडाई अधिकारी अब अपना काम करेंगे और मैं उन्हें छूट नहीं दूंगा।”
“जब हमें उन देशों के बारे में चिंता होगी जिनके साथ हम व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रहे हैं, तो हम उन्हें सीधे संबंधित सरकार के समक्ष उठाएंगे। लेकिन भारत के साथ मौजूदा बातचीत के संबंध में, ये एक व्यापार समझौते के बारे में बातचीत है, और हम इसे अन्य मुद्दों के साथ मिलाना नहीं चाह रहे हैं।”
इस बीच ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय ने कनाडा द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों को लेकर प्रतिक्रिया दी है। ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा के लगाए आरोप चिंताजनक हैं और हम इस पर नजर बनाए हुए हैं।
ऑस्ट्रेलिया में विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता पेनी वॉन्ग ने कहा, कि ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि सभी देशों को कानून का पालन करना चाहिए और एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए। हमने भारत के वरिष्ठ अधिकारियों से अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं।
भारत-कनाडा के बीच चल रहे इस तनाव पर अमेरिका ने भी चिंता जाहिर की है। अमेरिका ने कहा है कि वह कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के द्वारा भारत पर लगाए जा रहे आरोपों से ‘बेहद चिंतित’ है।
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, हम कनाडा के अपने सहयोगियों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं। यह जरूरी है कि कनाडा जांच करें और अपराधियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करे।