Women Reservation Bill in parliament: नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम से मंगलवार को महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश कर दिया गया। आज कांग्रेस की तरफ से सोनिया गांधी इस बिल पर चर्चा की शुरुआत करेंगी।
वहीं, महिला आरक्षण बिल का क्रेडिट लेने को लेकर भी राजनीति गर्माई हुई है। बिल पर चर्चा शुरु होने से पहले कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी ने इशारों में एक बार फिर कहा कि महिला आरक्षण बिल उनकी सरकार की देन है।
चर्चा में हिस्सा लेने के लिए संसद पहुंचीं सोनिया गांधी से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या महिला आरक्षण बिल उनका सपना था, तो जवाब में सोनिया गांधी ने कहा, ‘ये बिल राजीव गांधी जी का सपना था।’ आपको बता दें कि महिला आरक्षण बिल के तहत संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी सीटें आरक्षित रखने का प्रावधान है।
‘महिला आरक्षण बिल हमारा था’ वहीं, इससे पहले भी मंगलवार को जब बिल पेश होने के दौरान सोनिया गांधी से इसे लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा महिला आरक्षण बिल हमारा था। इसके अलावा कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ‘एक्स’ पर लिखा, ‘डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार के समय राज्यसभा में पास हुआ महिला आरक्षण बिल आज तक जीवित है। हमारी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में भी यह मांग रखी गई कि महिला आरक्षण से जुड़े बिल को पास किया जाए। यहीं नहीं, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी ने महिला आरक्षण बिल के संबंध में पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी थी। कांग्रेस महिला आरक्षण बिल को पारित करने की अपनी मांग को फिर से दोहराती है।’
लोकसभा में महिलाओं के लिए रिजर्व होंगी 181 सीटें मंगलवार को लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पेश करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम के कानून बनने के बाद लोकसभा में महिलाओं के लिए 181 सीटें रिजर्व हो जाएंगी। महिला आरक्षण बिल को मोदी सरकार की तरफ से नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम दिया गया है। अर्जुन राम मेघवाल ने यह भी बताया कि इस बिल के कानून बन जाने के बाद 15 साल तक महिलाओं को आरक्षण का लाभ मिलेगा।