G20 Summit Communion service for Biden: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का भारत दौरा खत्म हो गया है और वो नई दिल्ली से वियतनाम चले गये हैं, जहां से वो वापस अमेरिका चले जाएंगे। जो बाइडेन भारत में जी20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने नई दिल्ली आए थे, जो काफी कामयाब रहा है।
अब पता चला है, कि नई दिल्ली में अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए विशेष कम्युनियन सर्विस का आयोजन किया गया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब एक हफ्ते पहले, दिल्ली महाधर्मप्रांत के धार्मिक अनुष्ठान आयोग के सचिव, फादर निकोलस डायस को अपने इनबॉक्स में एक आश्चर्यजनक मैसेज प्राप्त हुआ था।
इसमें अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों ने एक विशेष अनुरोध किया था, कि नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने से पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के लिए एक पवित्र भोज सेवा का आयोजन किया जाए।
आपको बता दें, कि कम्युनियन सर्विस, ईसाई धर्म की परंपरा है, जिसके तहत पवित्र भोज का आयोजन होता है, प्रार्थना की किताबें दी जाती हैं और विशेष प्रार्थना की जाती है।
फादर डायस, जो बेनौलीम, गोवा के रहने वाले हैं, और तीन दशकों से अधिक समय से विभिन्न धर्मोपदेशों में काम कर रहे हैं, उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया दी। अगले कुछ दिनों तक, व्हाइट हाउस के अधिकारी यह सुनिश्चित करने में लगे रहे, कि शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले प्रार्थना सेवा के लिए राष्ट्रपति बाइडेन के अनुरोध को पूरा किया जा सके।
शनिवार सुबह लगभग 9 बजे, फादर डायस आईटीसी मौर्य में मौजू थे, जहां, राष्ट्रपति बाइडेन के साथ, एक छोटे अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने 30 मिनट की पवित्र भोज सेवा में भाग लिया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, फादर डायस ने कहा, कि हमने मिलकर प्रतिभागियों के साथ-साथ शिखर सम्मेलन की सफलता और उन वैश्विक मुद्दों के लिए प्रार्थना की, जिन पर चर्चा होनी थी। उन्होंने कहा, कि “राष्ट्रपति बाइडेन स्पष्ट थे, कि वह भारत मंडपम में पवित्र यूचरिस्ट और प्रार्थना के साथ अपने दो दिवसीय जी20 कार्यक्रम शुरू करना चाहते थे।”
हालांकि, इसमें केवल एक घंटे से भी कम समय लगा होगा, लेकिन फादर डायस के लिए यह “एक विश्व नेता के साथ विश्वास का जश्न मनाने” का एक सुनहरा अवसर था।
उन्होंने कहा, कि “हमने एक जल्दी में छोटी बातचीत की, जिसमें उन्होंने बताया, कि कैसे उनकी दादी का उनके जीवन और कैथोलिक पालन-पोषण में बहुत बड़ा प्रभाव था… मुझे यह साझा करने का भी अवसर मिला, कि ईसाई धर्म भारत के तटों तक कैसे पहुंचा और सेंट फ्रांसिस जेवियर के अमर अवशेषों का हमने उनके सामने जिक्र किया।”
फादर डायस ने इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को एक गिफ्ट भी सौंपा। उन्होंने कह, कि “मैं अभी गोवा से आया हूं, और मेरे पास बेबिनका (एक गोवा-पुर्तगाली व्यंजन) का एक पैकेट था, जिसके बारे में मुझे लगा, कि यह मेरी सांस्कृतिक जड़ों के बारे में बात करने के लिए एक उपयुक्त उपहार होगा।”