नए साल को सरकार ने किसानों के लिए समर्पित किया है।
मैं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हृदय से धन्यवाद देता हूं, आज कैबिनेट में तीन बड़े फैसले किसानों के हित में लिए गए हैं।
आप सभी जानते हैं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना प्राकृतिक आपदा से पीड़ित किसानों के लिए वरदान है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, पहले भी थी जब यूपीए की सरकार थी लेकिन वह किसानों के लिए नहीं थी, जो बैंकों से किसान लोन लेते थे उस लोन का बीमा था। बैंकर्स का पैसा सुरक्षित किया गया था।
लोनी किसानों के लिए वह अनिवार्य थी और नॉन लोनी किसान उसमें आते ही नहीं थे। यूपीए की जब सरकार थी, तब फसल बीमा योजना की इकाई होती थी ब्लॉक या तहसील और इसका मतलब यह है कि पूरे ब्लॉक में या पूरी तहसील में फसल खराब हो जाए तो किसान को नुकसान का क्लेम मिलेगा अब फर्ज कीजिए की 5 गांव 10 गांव में फसल खराब हो गई तो उन किसानों को प्रार्थना करती करनी पड़ती थी की पूरी तहसील में फसल खराब हो तो हमें फायदा मिलेगा नहीं तो हमें फायदा ही नहीं मिलेगा।
उस योजना को बदल दिया गया 2016 में और अब फसल बीमा योजना की इकाई गांव या ग्राम पंचायत बनाई गई। मतलब गांव में भी फसल का नुकसान होगा तो भरपाई बीमा कंपनी करेगी।
– शिवराज सिंह चौहान, केंदीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री