S. Jaishankar on Bharat vs India: जी-20 समिट के बीच ये खबर आई कि मोदी सरकार देश का नाम ‘इंडिया’ से बदलकर ‘भारत’ कर सकती है। इसको लेकर भी विपक्ष ने सवाल खड़े कर दिए, जिस पर अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने पलटवार किया है। साथ ही ‘भारत’ नाम का विरोध करने वालों को संविधान पढ़ने की सलाह दी।
न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि ‘भारत’ शब्द का जिक्र संविधान में है। ‘इंडिया दैट इज भारत’, ये बात संविधान में है। ऐसे में मैं उन लोगों को संविधान पढ़ने के लिए कहूंगा, जो इसका विरोध कर रहे हैं।
वहीं जब विदेश मंत्री से ये पूछा गया कि क्या समिट के साथ सरकार ‘इंडिया’ को ‘भारत’ करने जा रही, तो उन्होंने कहा कि देखिए जब आप भारत कहते हैं, तो उसका एक अर्थ, एक समझ और एक अनुमान होता है। हमारे संविधान में भी इसी तरह की बात है।
वहीं दूसरी ओर विपक्षी दलों ने इसको लेकर भी मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने देश का आधिकारिक नाम भारत करने को सिर्फ और सिर्फ नाटक करार दिया। विपक्ष का दावा है कि उनकी एकजुटता से पीएम मोदी डरे हुए हैं, ऐसे में ये सब कर रहे।
ऐसे शुरू हुआ मामला
राजधानी दिल्ली में 9-10 सितंबर को जी20 की बैठक होने जा रही है। इसके लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू डिनर आयोजित करेंगी, जिसका कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा। कार्ड पर President Of India की जगह President Of Bharat है। ऐसे में कयास जताए जा रहे कि मोदी सरकार देश का आधिकारिक नाम भारत करेगी। बीजेपी नेताओं ने भी इस पर खुशी जताई, ऐसे में इस बात को और बल मिल गया।
तैयारियों को लेकर भी विपक्ष का पलटवार
वहीं विपक्षी दलों ने जी-20 की तैयारियों पर भी सवाल उठाए थे। जिस पर जयशंकर ने कहा कि अगर किसी को लुटियंस दिल्ली या विज्ञान भवन ज्यादा सुविधाजनक लग रहा, तो ये उनका विशेषाधिकार है। वो वहीं तक सीमित रहे हैं। ये नई सरकार है, इसका विचार अलग है। ऐसे में समिट के लिए खास जगहों को चुना गया।