हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से बहुत तबाही मची है। राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु के मुताबिक बारिश से संबंधित घटनाओं में राज्य में 50 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है। अभी भूस्खलन वाले मलबे में कई और लोग दबे हैं, जिससे यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु के मुताबिक बारिश से संबंधित वजहों से राज्य में 24 घंटों में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा है कि ऐसा कभी नहीं हुआ है। मौजूदा हालात को देखते हुए मंगलवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं आयोजित करने का फैसला लिया गया है।
हिमाचल में 24 घंटों में 50 से ज्यादा की मौत- मुख्यमंत्री
हिमाचल प्रदेश के सीएम ने कहा है,’पिछले 24 घंटों में राज्य में 50 से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी हैं। 20 से ज्यादा लोग अभी भी दबे हैं, मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है। सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। हमने फैसला लिया है कि स्वतंत्रता दिवस पर कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।’
हिमाचल प्रदेश के एक अधिकारी ने कहा है कि सोलन जिले के एक गांव में बादल फटने की घटना हुई है, जिसकी चपेट में आने से एक ही परिवार के 7 सदस्यों की जान चली गई। रविवार देर रात यह घटना जादोन गांव में हुई है। सोलन के एसपी गौरव सिंह के मुताबिक जिन लोगों की मौत हुई है, उनकी पहचान 38 साल के हरनाम, 35 वर्षीय कमल किशोर, 34 वर्षीय हेमलता, 14 साल के राहुल, 12 साल की नेहा, 8 वर्षीय गोलू और 12 वर्षीय रक्षा के रूप में हुई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक सीएम ने बताया कि शिमला के समरहिल इलाके में एक शिव मंदिर ढहने से 9 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक मंदिर में करीब 50 लोग पूजा के लिए आए हुए थे। वहीं शिमला में ही एक बस पर पेड़ गिरने से उसका कंडक्टर घायल हो गया है। जबकि, सोलन जिले के ही बालेरा पंचायत में भूस्खलन की चपेट में आकर एक अस्थायी घर गिर गया, जिसमें दबकर दो बच्चों की मौत हो गई। सोलन के डीसी मनमोहन शर्मा ने कहा कि रामेश्वर तहसील के बानल गांव में एक और भूस्खलन में एक महिला की मौत हो गई। वहीं हमीरपुर के डीसी के अनुसार बारिश की वजह से तीन लोगों की मौत हुई है और दो लापता हैं। रविवार की रात मंडी जिले की सेघली पंचायत भूस्खलन की वजह से एक ही परिवार के सात लोगों की जान चली गई, जिसमें दो साल का एक बच्चा भी शामिल है। सीएम ने कहा है कि राज्य में भारी बारिश को देखते हुए 14 अगस्त तक के लिए सारे स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
राज्य के इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के मुताबिक कुल 621 सड़कों को आवाजाही के लिए बंद किया गया है। पिछले 48 घंटों से हो रही लगातार बारिश ने हमीरपुर जिले के सभी क्षेत्रों में तबाही मचाई है। ब्यास नदी और उसकी सहायक नदियों में उफान आ गया है। अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा प्रभावित वे इलाके हैं, जहां मान और कुनाह के नाले स्थित हैं। राज्य में मानसूनी बरसात की शुरुआत 24 जून से हुई थी और अबतक बारिश से संबंधित घटनाओं में 260 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं। मौसम विभाग ने राज्य में 14 से 17 अगस्त तक के लिए बारिश, तूफान और बिजली गिरने की आशंकाओं को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। प्रदेश में 19 अगस्त तक बारिश होने की भविष्यवाणी की गई है।