नेशनल फुटबॉलर चिंगलेनसाना सिंह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है।
मणिपुर हिंसा के कारण चिंगलेनसाना सिंह ने अपना सबकुछ खो दिया। इस हिंसा ने भारतीय फुटबॉलर से उनका घर छीन लिया। रविवार को एक इंटरव्यू में चिंगलेनसाना सिंह ने अपने साथ हुई नाइंसाफी का जिक्र किया। इस दौरान वह बेहद मायूस नजर आए।
हिंसा ने छीना घर:
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मणिपुर से ताल्लुक रखने वाले भारतीय फुटबॉलर चिंगलेनसाना सिंह पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उन्होंने पीटीआई को बताया कि पूर्वोत्तर राज्य में लगभग तीन महीने से चल रही जातीय हिंसा में उन्होंने लगभग अपना सब कुछ खो दिया है। जिस दिन हिंसा भड़की, चिंगलेनसाना केरल के कोझिकोड में मोहन बागान के खिलाफ एएफसी कप प्ले-ऑफ (एशियाई महाद्वीपीय टूर्नामेंट) मैच में हैदराबाद एफसी के लिए खेल रहे थे।
फुटबॉल मैदान भी जला दिया:
घऱ के अलावा चुराचांदपुर में उनके द्वारा बनाया गया फुटबॉल मैदान भी जला दिया गया। यह सच में दिल तोड़ने वाली घटना है। 27 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि अपने माता-पिता से संपर्क स्थापित करने के बाद वह वापस मणिपुर आ गए। उन्होंने कहा कि युवाओं को एक मंच प्रदान करने का मेरा बड़ा सपना था लेकिन इसे छीन लिया गया।