मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष सरकार को संसद में घेरने में लगा है। सरकार के खिलाफ विपक्ष लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया है। इस बीच बसपा सांसद मलूक नागर ने कहा कि हमारे लिए देश पहले आता है, पक्ष-विपक्ष, विश्वास-अविश्वास सब बाद में।
मलूक ने कहा कहा हम राजस्थान पर भी चर्चा करेंगे, जहां पर दलितों के साथ पिछड़ों के साथ रेप हो रहा है, जहां रेप के बारे में वहां के वरिष्ठ लोग बयान देते हैं, मंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि राजस्थान में घटनाएं घट रही है, उसको बर्खास्त कर दिया इसपर भी चर्चा करेंगे। 500 करोड़ की डायरी सदन में लेकर आते हैं इसपर भी चर्चा करेंगे।
राजस्थान के मुख्यमंत्री को बदला जाएं इसपर भी चर्चा करेंगे, छत्तीसगढ़ में क्या ले रहे हैं इसपर भी चर्चा करेंगे। मध्य प्रदेश पर भी चर्चा करेंगे, जहां भाजपा की सरकार है और यहां जो दलितों के साथ हो रहा है इसपर भी चर्चा करेंगे। हमारे लिए देश, देश के लोग, दलित, पिछड़े, अगले वो हमारे लिए पहले हैं। ये पक्ष-विपक्ष, विश्वास, अविश्वास यह सब दूसरी चीजें हैं, हमारे लिए देश पहले है।
बता दें कि लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए कम से कम 50 सांसदों का समर्थन होना जरूरी है। कांग्रेस सांसद तरुण गोगोई ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है। हालांकि मोदी सरकार के पास पूर्ण बहुमत है। लेकिन विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में मणिपुर मुद्दे पर बोलने के लिए मजबूर करना चाहती है। विपक्ष मांग कर रहा है कि मणिपुर मुद्दे पर पीएम मोदी संसद के भीतर बयान दें। कांग्रेस में नेतृत्व की कमी है, अविश्वास प्रस्ताव तब लाया जाता है जब प्रधानमंत्री कमजोर होते हैं, सरकार अल्पमत में होती है। नंबर कितने हैं, यह सामने है, यह अविश्वास प्रस्ताव गिरना ही गिरना है, एक मौका दे देंगे, ये लोग अपनी बातें रख देंगे और बाद में पीएम आएंगे एक-एक प्वाइंट का जवाब देंगे और विपक्ष को धराशायी कर देंगे। जो कांग्रेस पूरे देश में मजबूत होने की ओर चल रही थी वह वापस कमजोर होकर पीछे आ जाएंगे। अब छत्तीसगढ़ और राजस्थान पर भी चर्चा होगी। चर्चा के बाद ऐसे तथ्य सामने आएंगे कि अधीर रंजन जैसे कुछ नहीं कर पाएंगे। कांग्रेस में और बड़े नेता हैं, ये ना तो हिंदी बोल बाते हैं और ना ही अंग्रेजी, उन्हें बंग्ला में ही बोलना चाहिए, कम सम के हम ट्रांसलेशन में सुन तो लेंगे। ये वहीं हैं जिन्होंने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपत्नि कहा था। कांग्रेस विपक्ष की मुख्य पार्टी है, उसे सूझबूझ के साथ कदम उठाने चाहेंगे।