नई दिल्ली, पीटीआई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने क्वाड की कल्पना करने के लिए जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबी की सराहना की और कहा कि यही एकमात्र तरीका था जिससे संबंधित देश वर्तमान वैश्विक स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर सकते थे।
जयशंकर ने कहा कि शिंजो एबी ने एक निश्चित उद्देश्य के साथ भारत के साथ जुड़ने की कोशिश की थी।
वर्ष 2004 से 2008 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन ¨सह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू द्वारा संपादित पुस्तक ‘द इंपोर्टेंस आफ शिंजो एबी, इंडिया, जापान एंड द इंडो पैसिफिक’ के विमोचन कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा, शिंजो एबी वास्तव में एक ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने गठबंधनों से परे एक दुनिया की कल्पना की थी। जापान एक ऐसा देश है जिसकी सुरक्षा और समृद्धि उसके गठबंधन संस्थानों द्वारा सुरक्षित है। यही वह आधार है जिस पर जापानी नीतियां आधारित हैं।
शिंजो एबी की प्रतिभा इसे समझने, और फिर भी जानने, विकल्पों को तलाशने, संभावनाओं का पता लगाने की थी।’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘एक अर्थ में जब मैं गठबंधन से परे की दुनिया के बारे में बात करता हूं तो यह गठबंधन को खारिज करने वाली या गठबंधन के बिना दुनिया नहीं है। यह एक ऐसी दुनिया है जहां गठबंधन का अन्य रिश्तों के साथ सह-अस्तित्व है। यह कहीं अधिक बहुध्रुवीय विश्व है।’