राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया. तेजस्वी ने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) हमारे घर आए थे और हाथ जोड़कर माफी मांग रहे थे.
वे हमारे साथ सरकार बनाने की विनती कर रहे थे. न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि यह घटना उनके विधायकों की मौजूदगी में हुई. सभी विधायक इसका गवाह हैं. उन्होंने कहा कि उन्होंने सदन में भी कितनी बार हाथ जोड़कर माफी मांगी है, यह कहते हुए कि उनसे गलती हुई है और अब वे भाजपा में शामिल नहीं होंगे?’
क्या फिर मिलाएंगे नीतीश की पार्टी से हाथ?
नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (JDU) के साथ किसी भी भावी गठबंधन की संभावना को भी तेजस्वी ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, ‘उनकी शपथ का कोई महत्व नहीं है. कोई भी उन पर भरोसा नहीं करता, क्योंकि वह कभी भी अपना मन बदल सकते हैं. दो बार हमने उन पर दया करके उन्हें जीवनदान दिया और दोनों बार उन्होंने अपना असली रूप दिखाया. इस बार इसका कोई मतलब नहीं है.’
‘उनकी शपथ का कोई मतलब नहीं’
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश की राजनीतिक निष्ठा बदलने की प्रवृत्ति ने उनकी प्रतिबद्धताओं को अविश्वसनीय बना दिया है. उन्होंने कहा कि RJD ने बिहार के सीएम को पहले भी कई मौके दिए, लेकिन हर बार उन्होंने अपना असली रूप दिखाया. तेजस्वी ने कहा, ‘उनकी शपथ का कोई महत्व नहीं है. कोई भी उन पर भरोसा नहीं करता, क्योंकि वे कभी भी अपना मन बदल सकते हैं. दो बार हमने उन पर दया की और उन्हें जीवनदान दिया और दोनों बार उन्होंने अपना असली रूप दिखाया. इस बार कोई मतलब नहीं है.’
#WATCH | Patna, Bihar: RJD leader Tejaswi Yadav says, "How many times has he (CM Nitish Kumar) sworn? Leave alone the people of Bihar, even a journalist would not remember how many times he has sworn in as the CM. His oaths have no meaning. Nobody trusts him. We showed mercy on… pic.twitter.com/PFLNBwQ4wQ
— ANI (@ANI) September 10, 2024
कानून व्यवस्था को लेकर तेजस्वी का हमला
तेजस्वी ने नीतीश कुमार के मौजूदा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अपराधी पुलिस के डर के बिना काम करते हैं और हत्या, बैंक डकैती और अपहरण की घटनाएं आम हो गई हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री पर अपराध को नियंत्रित करने में रुचि न लेने और इस गलत धारणा के तहत जीने का आरोप लगाया कि राज्य में सब कुछ ठीक चल रहा है.
नीतीश ने कई बार बदला है पाला
पिछले दो दशकों में मुख्यमंत्री रहते हुए नीतीश कुमार कई बार पाला बदल चुके हैं. साल 2013 में नीतीश कुमार ने तब NDA छोड़ दिया था, जब भाजपा ने एक साल बाद होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था. 2015 में, उन्होंने राजद के साथ गठबंधन किया और विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की. कुमार ने मुख्यमंत्री का पद संभाला, जबकि तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम बने. हालांकि दो साल बाद ही बिहार के सीएम ने राजद का साछ छोड़ कुर्सी बरकरार रखते हुए NDA में वापसी कर ली.
साल 2022 में, नीतीश कुमार ने एक बार फिर भाजपा से मोहभंग हो गया और उन्होंने राजद से हाथ मिला लिया, लेकिन इस साल की शुरुआत में फिर से पलट गए और NDA में वापसी कर ली. 2024 के लोकसभा चुनावों में JDU ने 12 सीटें जीतीं और BJP के नेतृत्व वाले NDA का दूसरा सबसे बड़ा सदस्य बन गया. 6 सितंबर को नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ पिछले गठबंधन को एक ‘गलती’ बताया. बिहार के सीएम ने कहा, ‘मुझसे पहले जो लोग सत्ता में थे, उन्होंने कुछ नहीं किया. दो मौकों पर उनके साथ जाना मेरी गलती थी, लेकिन मैं उस गलती को दोहराना नहीं चाहता. मैं यहीं (एनडीए के साथ) रहूंगा.’