Ayodhya News: अयोध्या में नाबालिग से बलात्कार के मुख्य आरोपी समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान की संपत्तियों पर बुलडोजर की कार्रवाई हो सकती है। उनकी बेकरी और अन्य संपत्तियों को निशाना बनाया जा सकता है।
शुक्रवार को राजस्व विभाग ने उनकी संपत्तियों की पैमाइश की और आज वह फिर से जांच करेंगे।
ज्ञात हो कि खान पर तालाबों और कब्रिस्तान जैसी सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने का भी आरोप है। इधर मोईद खान मामले की पीड़िता के परिवार को केस न निपटाने पर जान से मारने की धमकियां मिली हैं। ये धमकियां उस अस्पताल में दी गईं जहां पीड़िता भर्ती है। परिवार को धमकाने के आरोप में समाजवादी पार्टी के नेता मोहम्मद राशिद, जय सिंह राणा और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, यह नेता रात 11 बजे अस्पताल पहुंचे और परिवार को समझौते के लिए धमकाया। पिपरी भरतकुंड के रामसेवकदास ने यह शिकायत दर्ज कराई है। पीड़िता अभी भी जिला महिला अस्पताल में भर्ती है। मिली जानकारी के मुताबिक, सहायक खाद्य आयुक्त मानिकचंद सिंह ने मोईद खान की बेकरी से नमूने लेकर उसे सील कर दिया है। उन्होंने बताया कि इन कार्रवाइयों के चलते खान की बेकरी का लाइसेंस रद्द किया जाएगा।
ज्ञात हो कि शुक्रवार (2 अगस्त) को पीड़िता की मां ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सीएम ने मोईद खान और अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस मुलाकात के बाद स्थानीय पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई और खान की संपत्तियों की जांच शुरू हुई।
मोईद खान के खिलाफ आरोपदरअसल अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में गैंगरेप की घटना हुई थी। 30 जुलाई को जिले के पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा नगर में बेकरी संचालित करने वाले मोईद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तार किया था।
आरोपियों ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के बाद उसका अश्लील वीडियो बना लिया और उसे लंबे समय तक ब्लैकमेल करते रहे। वारदात का खुलासा तब हुआ जब पीड़िता दो महीने की गर्भवती हो गई। 12 साल की यह लड़की चार बहनों में सबसे छोटी है, उसके पिता की दो साल पहले मौत हो गई थी। उसकी मां और बहनें मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करती हैं। करीब ढाई महीने पहले खेतों से काम करके लौटते समय राजू नाम का एक आदमी उसके पास आया और उसने बताया कि बेकरी मालिक मोईद खान उससे मिलना चाहता है।
मोईद ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया जबकि राजू ने इसका वीडियो बना लिया। इसके बाद राजू ने भी उसके साथ बलात्कार किया और दोनों व्यक्ति लंबे समय तक वीडियो के ज़रिए उसे ब्लैकमेल करते रहे। मामला तब सामने आया जब वह गर्भवती हो गई।
पीड़ित परिवार ने पहले पुलिस से शिकायत की, लेकिन पहले कोई कार्रवाई नहीं की गई। बाद में जब हिंदू संगठनों और निषाद पार्टी के सदस्यों ने विरोध किया, तो पुलिस ने मोईद खान और उसके बेकरी कर्मचारी राजू को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित की मां ने बताया कि जब वे शिकायत दर्ज कराने गए, तो एक अधिकारी ने उनसे रिपोर्ट से एक नाम हटाने को कहा, लेकिन बाद में उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला दर्ज किया गया।