*ममता बनर्जी द्वारा पाले सांपों की वजह से संदेशखाली जैसे कांड होते हैं, उनके सांप लोगों को डसते हैं : पूर्व गृह मंत्री अनिल विज*
*राहुल गांधी जिस पार्टी और जिस परिवार से है उन्होंने संविधान को पैरों से रौंदा है : अनिल विज*
*कांग्रेस ने हमेशा देश को तोड़ने वाली नीतियां चलाई है, यह सारे देश को एक नहीं रख सकते : विज*
के पूर्व कैबिनेट मंत्री तथा अम्बाला छावनी से विधायक श्री अनिल विज ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान कि जहरीले सांप पर भरोसा कर सकते है, मगर भाजपा पर नहीं कर सकते, के बारे में पलटवार करते हुए पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि जिसने सांपों की खेती कर रखी हो, जो सांपों में रहती हो, खेलती ही सांपों से हो, उसे सांप क्या कहेंगे। उसने सांप दूसरे लोगों के लिए पाल रखें है और समय-समय पर उसके प्रदेश में लोगों को डसते रहते हैं। वहां संदेशखाली जैसे कांड होते है और यह उन सांपों की वजह से होते है जो ममता बनर्जी ने पाल रखें है। ममता बनर्जी को सांपों पर भरोसा है, उसे किसी और की क्या जरूरत है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान कि यह चुनाव लोकतंत्र व संविधान को बचाने का चुनाव है के बयान पर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राहुल गांधी जब लोकतंत्र की बात करते है तो बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि जिस पार्टी और जिस परिवार से यह है उन्होंने संविधान को पैरों से रौंदा है। इनकी दादी इंदिरा गांधी ने सन् 1975 में इमरजेंसी लगाई थी और एक लाख से ज्यादा लोगों पर झूठे केस बनाकर जेलों में डाला।समाचार पत्रों पर भी सेंसर लगा दिया गया था और समाचार पत्र कुछ लिख तक नहीं सकते थे। उस परिवार का व्यक्ति आज लोकतंत्र की बात करे, तो शर्म आती है। पहले राहुल गांधी अपने सारे दफ्तरों से इंदिरा गांधी की फोटो उतारें, जो संविधान को कुचलने की प्रयायवाची थी, उनकी फोटो उतारे और फिर वह बात करें।
कांग्रेस ने घोषणा पत्र में जातिगत गणना को लागू करने की बात पर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश को तोड़ने वाली नीतियां चलाई है, यह सारे देश को एक नहीं रख सकते। इसी कारण से कश्मीर की समस्या उत्पन्न हुई। जब हिंदुस्तान आजाद हुआ तो सभी राजाओं को अधिकार दिया था कि वह अपनी मर्जी से तय करें कि उन्हें कहां जाना है और विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए। कश्मीर के महाराजा ने भी उसी विलय पत्र पर हस्ताक्षर किए जिस पर देश के पूरे राज्यों ने किया। मगर कांग्रेस और जवाहरलाल नेहरू की नीतियों के कारण हिंदुस्तान का अभिन्न अंग होते हुए भी इतने सालों तक कश्मीर अलग रहा। उसका अलग संविधान, अलग विधान व अलग झंडा था और यह कांग्रेस के ही बदौलत था। यह अनुच्छेद 370 भी कांग्रेस ने लगाया था, जब हमारी फौजे इस पर कब्जा कर रही थी तब बिना किसी कारण यूएनओ में जाकर सीजफायर कर दिया। इस वजह से पीओके आज भी हमसे अलग है। इन्होंने धर्म के आधार पर हिंदुस्तान के टुकड़े कर हिंदुस्तान-पाकिस्तान बनाया। लाखों लोग इस दौरान मारे गए और यह सब कांग्रेस ने किया। यह तो देश को तोड़ना चाहते है और यह देश को एक होना ही नहीं देना चाहते। अब यह चाहते हैं कि भिन्न-भिन्न जातियां आपस में लड़े मरे और इनको दूसरो की बर्बादी पर आनंद आता है।