Bhrat Ratan : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को जब भारत रत्न दिया गया तो एक बार फिर से बादशाह खान की याद सहज ही आ गई। वह भारत रत्न पाने वाले भारत के पहले पाकिस्तानी थे। इतिहास इन्हें सीमांत गांधी के नाम से भी जानता है। बात कर रहे हैं खान अब्दुल गफ्फार खान की। आज उनका जन्मदिन भी है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि पाकिस्तान से संबंध रखने वाले किस किसको भारत रत्न मिल चुका है…
खान अब्दुल गफ्फार खान : भारत रत्न पुरस्कार आमतौर पर भारतीयों को ही दिया जाता है। यह सम्मान पाने वाले पहले गैर भारतीय और पहले पाकिस्तानी थे जिन्हें यह सम्मान दिया गया। बंटवारे के बाद वह पाकिस्तान के विरुद्ध स्वतंत्र पश्तूनिस्तान आंदोलन चलाते रहे। इसके कारण पाकिस्तान ने उन्हें देशद्रोही करार दिया। फिर वह अफगानिस्तान चले गए। इसके बाद फिर कुछ साल भारत में रहने के बाद वापस पाकिस्तान चले गए। यहां उन्हें नजरबंद कर दिया गया। इसी दौरान 20 जनवरी 1988 को पेशावर में निधन हो गया।
लालकृष्ण आडवाणी : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री पाकिस्तानी मूल के दूसरे नागरिक हैं जिन्हें इस सम्मान से नवाजा गया है। लालकृष्ण आडवाणी का जन्म कराची में हुआ था। बंटवारे के बाद वह भारत आ गए थे। इसके बाद वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ गए और फिर जनसंघ के रास्ते राजनीति में प्रवेश किया। 1990 के दशक में सोमनाथ से रथ यात्रा को निकालकर पूरी राजनीतिक कर रूख ही बदल दिया। यह दशक ही मंडल और कमंडल राजनीति के रूप में जाना गया। इस रथ यात्रा के बाद हिंदुत्व को धार मिली और भारतीय जनता पार्टी को संजीवनी। दो सीटों से शुरू हुआ जीत का सिलसिला आज भाजपा के एकछत्र राज्य में बदल चुका है।